लखनऊ, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । प्रदेश के सभी 67 जिलों में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा दूसरी दिन शनिवार को भी सकुशल संपन्न हुई। राज्य सरकार के पारदर्शी और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित कराने के संकल्प का ही नतीजा है कि सॉल्वर गैंग और परीक्षा माफियाओं ने इससे अपनी दूरी बना ली है। वहीं परीक्षा देने आए परीक्षार्थी योगी सरकार की तैयारियों को देखकर काफी खुश नजर आये।
परीक्षा के दूसरे दिन शनिवार को 1174 केंद्रों पर 6,57,443 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 25 हजार पुलिसकर्मी और 2300 मजिस्ट्रेट तैनात रहे।
चेकिंग के दौरान 72 संदिग्ध चिन्हित
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्णा ने बताया कि परीक्षा के दूसरे दिन दो पालियों में 6,57,443 परीक्षार्थियों ने पेपर दिया, जिसका रेश्यो 79.11 प्रतिशत रहा। इसमें पहली पाली में 3,21,322 अभ्यर्थी उपस्थित रहे जबकि 4,12,155 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था। इस पाली में 30 संदिग्ध अभ्यर्थी भी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया। वहीं इन पर भर्ती बोर्ड की नजर बनी रहेगी।
इसी तरह दूसरी पाली में 3,36,121 अभ्यर्थी उपस्थि रहे जबकि 4,12,418 ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया था। इसी पाली में 42 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गये। हालांकि इन्हे पेपर देने दिया गया जबकि पेपर के बाद भी इन पर बोर्ड की नजर बनी रहेगी।
उन्होंने बताया कि दोनों पालियों में 68.2 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। दूसरे दिन भी सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार ग्राउंड जीरो पर उतरे। उन्होंने लखनऊ के विवि और नेशनल पीजी कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हे सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद मिली। डीजीपी ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को परीक्षा को पारदर्शी और शुचितापूर्ण संपन्न कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। वहीं परिवहन निगम की ओर से अभ्यर्थियों को फ्री बस की सुविधा उपलब्ध करायी गई। इतना नहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में इलेक्ट्रिक बस में भी परीक्षार्थियों को फ्री सफर की सौगात दी गयी।
17 आरोपित भेजे गए जेल
परीक्षा के दूसरे दिन पुलिस ने 15 आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जबकि 17 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इनमें एसटीएफ ने शुक्रवार को लीक प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के बहाने ठगी के आरोप में अनिरुद्ध मोदनलाल को गिरफ्तार किया है। वह टेलीग्राम चैनल बनाकर लोगों को ठग रहा था। इसके अलावा बोर्ड की ओर से पेपर लीक की अफवाह फैलाने के खिलाफ लखनऊ के हुसैनगंज में एफआईआर दर्ज करायी गयी।
——————-
(Udaipur Kiran) / दीपक वरुण / प्रभात मिश्रा