– हुजूर क्षेत्र में बहनों ने मुख्यमंत्री को बांधी राखी
भोपाल, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार बहनों के सशक्तिकरण के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नारी सशक्तिकरण का राष्ट्रव्यापी अभियान चल रहा है। प्रदेश में भी नारी कल्याण की अनेक योजनाएं संचालित हैं। समाज के साथ ही सरकार के स्तर पर विभिन्न स्थानों पर रक्षाबंधन उत्सव के सामुहिक आयोजन बहनों के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे हैं। आने वाले समय में स्थानीय निकायों के साथ ही लोकसभा और राज्य सभा में भी बहनों का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को भोपाल जिले के हुजूर क्षेत्र में रक्षाबंधन उत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बहनों का सम्मान कर उनसे राखी भी बंधवाई और उपहार भी दिए। कार्यक्रम स्थल पर बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में बहनें उपस्थित थीं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री को बहनों ने संयुक्त रूप से एक विशाल राखी भी भेंट की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति में धन से अधिक मन का महत्व है। धन की अभिलाषा के साथ वर्ष में सिर्फ एक दिन दीपावली पर लक्ष्मी पूजन होता है, जबकि हम वर्ष भर अन्य देवी-देवताओं का मन से सम्मान करते हुए कई त्यौहार मनाते हैं। रक्षाबंधन के बाद भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पर्व जन्माष्टमी आ रहा है। लगभग पांच हजार वर्ष पहले भगवान कृष्ण ने द्रौपदी को बहन बनाया और भाई-बहन के पावन संबंध के महत्व को स्थापित किया। हमारे प्रत्येक पर्व और त्यौहार का विशेष महत्व है। रक्षाबंधन उत्सव भी बहनों के प्रति सम्मान भाव व्यक्त करने का अवसर है, जो जन्माष्टमी पर्व तक निरंतर चलता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जन्माष्टमी पर्व मनाने का कुछ संस्कृति विरोधी लोग विरोध कर रहे हैं।
क्षेत्रीय विधायक शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव बहनो के बीच बहुत ही लोकप्रिय हैं। वे बहनों को निरन्तर कुछ न कुछ सौगात उपहार स्वरूप दे रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बहनों के साथ ही सभी वर्गो के हित में कल्याणकारी कार्यक्रमों को लागू किया है। आज मुख्यमंत्री डॉ. यादव रक्षाबंधन उत्सव में बहनों के प्रति सम्मान व्यक्त करने आए हैं।
उद्योगों में भी देंगे बहनों को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित हो रही हैं। इनका उद्देश्य उद्योगों के माध्यम से भाई-बहनों को रोजागर उपलब्ध करवाना है। जबलपुर में पिछले महीने इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हुई थी। आमागी 28 अगस्त को ग्वालियर में कान्क्लेव हो रही है। इसके बाद सागर और रीवा में भी ऐसी ही होने वाली हैं। टेक्सटाइल सहित कई तरह के उद्योगों में बहनों की सहभागिता को बढ़ाया जाएगा। बहनों के लिए रोजगार की दृष्टि से नई औद्योगिक इकाइयां उपयोगी होंगी, इनमें बहनों को प्राथमिकता दी जाएगी।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत तोमर