श्री कृष्ण के संदेशों को अपने जीवन में ग्रहण करें: प्रो. बत्रा
हरिद्वार, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । एसएमजेएन पीजी कॉलेज में आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में ‘जय कन्हैया लाल की’ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज कॉलेज के व्याख्यान कक्ष में माँ सरस्वती की वन्दना के साथ किया गया।
इस अवसर पर कॉलेज प्रबन्ध समिति व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज ने अपने सन्देश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनायें देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण 16 कलाओं से परिपूर्ण थे। उन्होंने जीवन जीने की कला का ज्ञान भी दिया। भगवान श्री कृष्ण का जीवन हमें सिखाता है कि कैसे हम अपने जीवन में चुनौतियों का सामना करें और उनसे बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के उपदेश हमें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र चाहे वह नैतिकता हो, आध्यात्म हो या व्यक्तिगत विकास हो, में मार्गदर्शन करतें हैं।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील बत्रा ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने हमें सिखाया है कि कैसे प्रेम और करुणा से हम दूसरों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हमें भगवान श्री कृष्ण के संदेशों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए, और उनके आदर्शों को अपनाकर एक बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर होना चाहिए।
मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
इस अवसर पर कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभिन्न प्रस्तुति दी गयी, जिसमें सरस्वती वन्दना चारू, इशिका व साक्षी द्वारा, मेरे सरकार आये हैं भजन चारू द्वारा, श्री कृष्ण लीला ओमिशा, चारू, महक, अंशिका, मोनिका, पलक, रिया, अंजली, टिया, ईशा, देविशा द्वारा, श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी भजन ईशिका, प्रीत, साक्षी द्वारा, राधा-कृष्ण नृत्य मुकुल, मानसी वर्मा, ईशा द्वारा प्रस्तुत किया गया। महाविद्यालय की संगीत विभाग की शिक्षिका व कार्यक्रम संयोजक डॉ. अमिता मल्होत्रा की बड़ा नटखट है कृष्ण कन्हैया भजन की प्रस्तुति ने सभी श्रोत्राओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर डॉ जेसी आर्य, डॉ सरोज शर्मा, डॉ. लता शर्मा, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. अनुरिषा, डॉ. रजनी सिंघल, डॉ. पल्लवी राणा, डॉ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डॉ. पदमावती तनेजा, वैभव बत्रा, डॉ. विजय शर्मा, गौरव बंसल सहित कॉलेज के अनेक छात्र-छात्रा उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला / दधिबल यादव