कीव, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूक्रेन की लगभग सात-आठ घंटे की ऐतिहासिक यात्रा के बाद राजधानी कीव से शुक्रवार रात गन्तव्य के लिए प्रस्थान कर गए। कीव से नई दिल्ली की हवाई दूरी लगभग 4540 किलोमीटर है और उड़ान का समय 6 घंटे 55 मिनट है। यह दौरा इस मायने में खास रहा कि यूक्रेन की आजादी के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली कीव यात्रा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस बात को माना है कि भारत अपना रुख बदल दे तो रूस से जंग खत्म हो सकती है।
प्रधानमत्री मोदी ने कीव से रवानगी से पहले रूस और यूक्रेन को बातचीत की मेज पर आने का प्रस्ताव दिया। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा रूस की यात्रा के ठीक छह हफ्ते बाद हुई है। मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी बातचीत के जरिये युद्ध में शांति लाने की अपील की थी। अब माना जा रहा है कि उनकी अपील पर दोनों देश बातचीत की दहलीज तक पहुंच सकते हैं।
भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने कल कीव में स्कूल ऑफ ओरिएंटल स्टडीज में हिन्दी भाषा सीख रहे यूक्रेनी विद्यार्थियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने छात्रों की मेधाविता और दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देने में उनके योगदान की सराहना की। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन सरकार को चार ‘भीष्म (सहयोग, हित और मैत्री के लिए भारत स्वास्थ्य पहल) क्यूब्स’ की सौगात दी। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मानवीय सहायता के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। ‘भीष्म क्यूब्स’ से घायलों के शीघ्र उपचार में काफी मदद मिलेगी और इसके साथ ही अनमोल जीवन बचाने में काफी योगदान मिलेगा।
हस्ताक्षर किए गए दस्तावेजों की सूची
1-कृषि और खाद्य उद्योग के क्षेत्र में सहयोग पर भारत गणराज्य सरकार और यूक्रेन सरकार के बीच समझौता।
इसका उद्देशय-सूचना के आदान-प्रदान, संयुक्त वैज्ञानिक अनुसंधान, अनुभव के आदान-प्रदान, कृषि अनुसंधान में सहयोग, संयुक्त कार्य समूहों के निर्माण आदि क्षेत्रों में संबंधों को बढ़ावा देकर कृषि और खाद्य उद्योग के क्षेत्र में पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग का विस्तार करता है।
2-चिकित्सा उत्पाद विनियमन के क्षेत्र में सहयोग पर केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार और यूक्रेन की औषधि एवं औषधि नियंत्रण राज्य सेवा के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू)।
इसका उद्देशय-इसमें मुख्य रूप से सूचना के आदान-प्रदान, क्षमता निर्माण, कार्यशालाओं, प्रशिक्षण और आपसी यात्राओं के माध्यम से विनियमन, सुरक्षा और गुणवत्ता पहलुओं में सुधार सहित चिकित्सा उत्पादों पर सहयोग की परिकल्पना की गई है।
3-उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए भारतीय मानवीय अनुदान सहायता के संबंध में भारत गणराज्य सरकार और यूक्रेन के मंत्रिमंडल के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू)।
इसका उद्देशय-यह समझौता ज्ञापन भारत द्वारा यूक्रेन में सामुदायिक विकास परियोजनाओं के लिए अनुदान सहायता प्रदान करने के लिए रूपरेखा तैयार करता है। एचआईसीडीपी के तहत परियोजनाएं यूक्रेन के लोगों के लाभ के लिए यूक्रेन सरकार के साथ साझेदारी में शुरू की जाएंगी।
4-भारत गणराज्य सरकार के संस्कृति मंत्रालय और यूक्रेन के संस्कृति और सूचना नीति मंत्रालय के बीच वर्ष 2024-2028 के लिए सांस्कृतिक सहयोग कार्यक्रम।
इसका उद्देशय- भारत और यूक्रेन के बीच सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत करना है, जिसमें रंगमंच, संगीत, ललित कला, साहित्य, पुस्तकालय और संग्रहालय कार्य के क्षेत्र में सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देना, साथ ही मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और संवर्धन करना शामिल है।
(Udaipur Kiran) / मुकुंद