—डेयरी से जुड़े किसानों को नियमित भुगतान करें
वाराणसी, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन मंत्री धर्मपाल सिंह ने जनपद में संचालित सभी गोवंश आश्रय स्थलों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया है। सभी गौशालाओं में संरक्षित निराश्रित गोवंश की शत प्रतिशत ईयर टैगिंग,नस्ल सुधार, बछड़ों का बाधियाकरण कराने के निर्देश भी मंत्री ने दिया। शुक्रवार को स्थानीय सर्किट हाउस में गोवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि
प्रत्येक गौशाला में एक गोकास्ठ मेकिंग मशीन स्वयं सहायता समूह की स्थानीय महिलाओं को सौंपा जाय। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ ही गौशालाओं की भी स्थिति मजबूत होगी।
मंत्री ने डेयरी से जुड़े किसानों को नियमित भुगतान करने का निर्देश देकर कहा कि सभी गौशालाओं में बारिश से बचाव, पर्याप्त प्रकाश, हरा चारा, भूसे की पर्याप्त उपलब्धता होनी चाहिए। कान्हा गौशाला में अच्छी नस्ल के गायों को संरक्षित करने,गाय के गोबर से बायो प्रोडक्ट बनाने,जन्माष्टमी पर्व पर प्रत्येक गौशाला में गो पूजन करने के लिए भी कहा। मंत्री ने गोवंशों से संपर्क बढ़ाने, पशु मित्र बनने के लिए युवाओं से आह्वान किया।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, विधायकों के प्रतिनिधि,उप दुग्ध शाला विकास अधिकारी, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आदि भी मौजूद रहे। बैठक के शुरुआत में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने जनपद में पशुधन विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति को बताया।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / बृजनंदन यादव