इंफाल, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की आवाज में सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिन से वायरल हो रहे एक ऑडियो को लेकर राज्य में घमासान मचा है। इस ऑडियो को लेकर भाजपा के ही कुछ नेता बीरेन सिंह पर निशाना साध रहे हैं और उन्हें पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री पहले ही इस टेप को झूठा होने का दावा कर चुके हैं।
दरअसल, इस ऑडियो में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की आवाज में कूकी समुदाय के लोगों के विरुद्ध कुछ बातें करते हुए सुना गया है। इससे
कूकी संप्रदाय के लाेगाें काे मुख्यमंत्री पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। इसी बहाने भाजपा के अंदर भी मुख्यमंत्री के विरोधी नेता इसे मुद्दा बनाकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। खासकर भाजपा के कुकी विधायक और अन्य विधायक इसे लेकर एन बीरेन सिंह पर निशाना साध रहे हैं। मणिपुर के सभी 10 कूकी विधायकों के सरकार को शुरू से ही किसी भी कम में सहयोग नहीं देने की चर्चाए हैं।इन विधायकों ने साझा बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह की भूमिका संदिग्ध थी।इस ऑडियो क्लिपिंग में कितनी सच्चाई है, यह आने वाले दिनों में जांच में सामने आ जाएगा।इसऑडियो क्लिपिंगकाे जांच के लिए न्यायिक आयोग को भेजा जा चुका है। फिर भी इस ऑडियो जारी होने के समय को लेकर शक की सुई रुक जाती है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की पहल पर सिलचर में जिरीबाम के मैतेई और कूकी-जो संगठनों के नेताओं के बीच सीआरपीएफ की मौजूदगी में एक समझौता हुआ था। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा था कि शीघ्र ही मणिपुर की समस्या का स्थाई समाधान निकल रहा है। ठीक इसी बयान के बाद सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री की आवाज में कूकी-जो समुदाय के विरुद्ध ऑडियो शेयर कर दिया गया। बेटी की जिरिबाम इकाई को भंग कर दिया गया। बाद में दोनों ही समुदाय के बीच हुए इस समझौते को कूकी के केंद्रीय संगठन ने रद्दी की टोकरी में डाल दिया।इससे शांति का मार्ग अवरुद्ध हो गया। इसी के बाद से मुख्यमंत्री पद से एन बीरेन सिंह को हटाने की मुहिम भी तेज हो गई। इस पूरे प्रकरण में विभीषण की भूमिका में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के भाई है। उनके भाई राजेंद्रो नोंग ने दावा करते हुए कहा है कि यह ऑडियो सही है। देखना यह है कि दिल्ली दरबार में आखिरकार ऊंट किस करवट बैठता है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश / अरविन्द राय / Sunil Kumar Saxena