हरिद्वार, 04 अगस्त (Udaipur Kiran) । पतंजलि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय ‘सुश्रुतकोण’ सम्मेलन का रविवार को उद्घाटन हुआ। यह आयोजन पतंजलि अनुसंधान संस्थान तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में नेशनल सुश्रुत एसोसिएशन, भारत एवं नियोवी लेजर, इजराइल के सहयोग से किया जा रहा है।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पद्म भूषण मनोरंजन साहू ने कहा कि वर्तमान समय में समेकित चिकित्सा पद्धति के विकास के साथ ही शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में गहन अनुसंधान की आवश्यकता है, जिसमें पतंजलि का प्रयास निश्चित ही सराहनीय है।
डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने शल्य एवं शालाक्य तंत्र की अनुसंधानपरक व्याख्या करते हुए आयुर्वेद की प्राचीन विरासत से प्रतिभागियों को अवगत कराया। उद्घाटन सत्र में शल्य तंत्र विभाग, पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ सचिन गुप्ता, पतंजलि हर्बल रिसर्च डिविजन की प्रमुख- डॉ. वेदप्रिया आर्या, राष्ट्रीय आयुर्वेद मानद विश्वविद्यालय, जयपुर के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने कहा कि हम सभी को जनकल्याण के उद्देश्य से प्राचीन शास्त्र ‘शल्य तंत्र’ एवं आधुनिक शल्य चिकित्सा के समन्वय हेतु वैज्ञानिक अनुसंधान करने की आवश्यकता है।
पतंजलि विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रो. महावीर अग्रवाल ने कहा कि इस सम्मेलन में योग, आयुर्वेद व आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की त्रिवेणी का संगम हो रहा है। पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अनिल कुमार ने पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल एवं पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय की गतिविधियों से अवगत कराया।
सम्मेलन के तकनीकी सत्र में डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने सामान्य कैंसर की रोकथाम एवं प्रबंधन हेतु आयुर्वेद के सिद्धांतों एवं आधुनिक चिकित्सा के समन्वय पर एवं डॉ. विनोथ फिलिप ने वेरिकोज़ वेन्स के उपचार में लेजर की नवीन तकनीकों पर प्रकाश डाला। तीसरे सत्र में डॉ एम.सी. मिश्रा, डॉ मनोरंजन साहू, डॉ शिव जी गुप्ता, डॉ पी. हेमन्था, डॉ सचिन गुप्ता, डॉ संजीव शर्मा, डॉ अजय गुप्ता द्वारा अपने संबोधन एवं समूह परिचर्चा के माध्यम से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया गया।
सम्मेलन में 12 राज्यों के लगभग 1100 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।
कार्यक्रम में प्रति कुलपति डॉ मयंक अग्रवाल, मुख्य परामर्शदाता प्रो. के.एन.एस. यादव, कुलसचिव डॉ प्रवीन पूनिया सहित शिक्षकगण, शोधार्थी व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला / आकाश कुमार राय