मंडी, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । तेरंग में लापता लोगों की खोज के लिए अब प्रशिक्षित स्निफर डॉग लगाए गए हैं। इसके अलावा ड्रोन से भी लापता लोगों की तलाश की गई थी। जबकि लगातर हर रोज शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। रविवार को भी दो शव बरामद हुए हैं।
उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि तेरंग में पहली अगस्त को हुए हादसे में अब तक 8 लापता लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। हादसा होने के समय 10 लोग लापता हुए थे और एक गंभीर घायल हुआ था। लापता 10 लोगों में से 8 के शव बरामद हो चुके हैं। रविवार को दो मृतकों मानवी 3 माह और सोनम 23 वर्ष के शव बरामद हुए हैं। अब केवल खुड्डी देवी और हरदेव लापता हैं। उन्हें ढूंढने के प्रयास किए जा रहे हैं। उनकी खोज तक सर्च अभियान जारी रहेगा। लापता लोगों की खोज के लिए एनडीआरएफ की ओर से प्रशिक्षित स्निफर डॉग लगाए गए हैं। भारी भरकम चट्टानों के बीच लापता लोगों के फंसे होने की आशंका को देखते हुए फ्लैश फ्लड में आई बड़ी चट्टानों को बलास्ट कर तोड़ा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिला राजस्व अधिकारी हरीश शर्मा की मौजूदगी में चौथे दिन भी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ , पुलिस और होमगार्ड की मदद से खोज अभियान जारी है। कार्यवाहक एसडीएम एवं तहसीलदार पधर डॉ भावना वर्मा हादसे के दिन से वहीं तैनात हैं। वह हादसे के बाद से बचाव और राहत अभियान को देख रही हैं।
उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों की मदद लगातार जारी है। उनके लिए आज भी राशन की किटें भेजी गई हैं। मंडी जिला की चौहारघाटी के तेरंग गांव में बादल फटने की घटना के तीसरे दिन भी शनिवार को एक महिला का शव बरामद हुआ। इसके बाद चार लोगों लापता होने की बात कही जा रही थी। मगर रविवार को दो और शव मिलने से अब दो लोग ही लापता बताए जा रहे हैं।
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के निर्देश पर पूरा प्रशासन राहत और बचाव अभियान में पहले दिन से लगा हुआ है और प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जा रही है। वहीं मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपए की राहत राशि पदान की जा रही है। जबकि प्रभावित परिवारों को राशनए मेडिकल किट और तिरपाल दिए गए हैं। इनके ठहरने की व्यवस्था गांव में ही खाली घर पर की गई है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा शुक्ला