मुंबई,4अगस्त ,( हि.स.) । मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की जीवनी का विमोचन 7 अगस्त बुधवार को ठाणे महानगर पालिका के नाट्य ग्रह रामगणेश गडकरी रंगायतन सभागृह में शाम पांच बजे होने जा रहा है।- प्रो. डॉ प्रदीप धवल द्वारा लिखित ‘योद्धा कर्मयोगी: एकनाथ संभाजी शिंदे’ की जीवनी पुस्तक के विमोचन पर विशेष मेहमान राज्य के नए राज्यपाल महामहिम सी पी राधाकृष्णन ठाणे में इस कार्यक्रम विशेष अतिथि होंगे।इस अवसर पर , मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरे, वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री मधु मंगेश कार्णिक, अखिल भारतीय मराठी साहित्य संघ के अध्यक्ष रवींद्र शोभने सहित राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य स्थानीय विधायक और गणमान्य व्यक्ति विभिन्न क्षेत्रों के लोग उपस्थित रहेंगे।
दरअसल कोंकण मराठी साहित्य परिषद, शारदा एजुकेशन सोसायटी और ग्रांटाली प्रकाशन के सहयोग से विमोचन समारोह का आयोजन किया जा रहा है ।जीवनी पुस्तक में योद्धा कर्मयोगी: एकनाथ संभाजी शिंदे’ से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के जीवन की कई घटनाओं और प्रसंगों को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है ।इसके अलावा उनके पारिवारिक जीवन, उनके गठन, संघर्षों, कठिनाइयों, विकास में उनके योगदान का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया है। लेखक ने आज बताया कि उन्होंने स्वयं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की राजनीतिक यात्रा को करीब से देखा है और उनके सहयोगी के रूप में हमें खुशी है कि आज वह राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर बैठे हैं। सीएम शिंदे के राजनेतिक सहयोगी रहे ठाणे के विधायक प्रताप सरनाईक ने विश्वास जताया कि उन पर आधारित जीवनी पर आधारित पुस्तक ठाणे में प्रकाशित हो रही है और यह समारोह ऐतिहासिक होगा. ।
वरिष्ठ संपादक डाॅ. उदय निर्गुडकर ने जीवनी ‘योद्धा कर्मयोगी:आत्मकथा पुस्तक के लिए मुख्य मंत्री एकनाथ संभाजी शिंदे’ के पीछे की भूमिका और विमोचन समारोह के आयोजन के बारे में भी विस्तार से बताया है। इस मौके पर उदय निर्गुडकर ने कहा कि एकनाथ शिंदे के जीवन, खासकर उनके राजनीतिक जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं और घटनाओं से आम जनता भी परचित है । लेकिन उन्होंने राज्य के शीर्ष नेतृत्व तक का सफर किस तरह तय किया और इसके पीछे की पृष्ठभूमि क्या थी, इसके बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है.। हालाँकि, इस जीवनी के माध्यम से एकनाथ शिंदे के व्यक्तित्व और नेतृत्व गुणों का निर्माण कैसे हुआ, इसे विभिन्न घटनाओं, अवसरों और अनुभवी सहयोगियों के विचारों के माध्यम से इस आत्म कथा में बखूबी प्रस्तुत किया गया है। ठाणे मनपा में नगर सेवक से राजनीति में कदम रखकर सभागृह नेता फिर ठाणे कोपरी वागले इस्टेट विधायक से ठाणे के पालक मंत्री बनने के बाद नाटकीय ढंग से बदले घटनाक्रम की बदौलत राजनैतिक परिवर्तन से एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनका पहला भव्य नागरिक अभिनंदन ठाणे में किया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा यादव