जम्मू, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । मंदिरों के शहर जम्मू में पैर पैर पर शराब की दुकानें खुलने से समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग परेशान है और वो दबी आवाज में इसका विरोध भी करता है पर उसकी कहीं कोई सुनवाई नही हो रही। ये बाते जम्मू नगर निगम के पूर्व चेयरमैन सतीश शर्मा ने शनिवार को अपने कार्यालय में समाज के विभिन्न वर्गों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कही। सतीश ने कहा जम्मू मंदिरों का शहर से जाना जाता था लेकिन 2019 के बाद प्रशासन ने सैकड़ो की तादाद में शराब की दुकानों के लाइसेंस बांट कर जम्मू को शराब की दुकानों का शहर बना दिया।
उन्होंने कहा कि हम एलजी प्रशासन से मांग करते है कि शराब की दुकानों का समय बदला जाए और एक आदेश जारी कर दुकानों को खोलने की अनुमति दोपहर 2 बजे से रात के 9 बजे तक दी जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारा ये सुझाव मानती है तो उसका सीधा फायदा उन पीड़ित माहिलाओं को मिलेगा जिनके घरों में शराब को लेकर रोज झगड़े होते हैं। उन्होंने कहा शराब की लत में कुछ लोग पूरे दिन की कमाई खर्च कर देते हैं ओर उनका पूरा परिवार परेशान रहता है।
उन्होंने कहा कि जम्मू के हर चौक पर शराब की दुकान है। सुबह समाज का बहुत बड़ा वर्ग अपने घर से काम पर निकलता है। बच्चों के स्कूल जाने का समय भी यही है और जिस जगह शराब की दुकान होती हैं उस जगह लोगो पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर जम्मू में सरकार शराब की दुकानों को खोलने का समय बदलती है तो बहुत हद तक अपराध पर भी अंकुश लगाया जा सकता है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह