कठुआ, 03 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिला कठुआ में बिजली ढांचा पूरी तरह से चरमरा गया है, कोई दिन ऐसा नहीं है जिस दिन बिजली संकट की समस्या से जूझ रहे लोग सड़कों पर नहीं उतरे होंगे। रोज़ाना कभी नैशनल हाईवे तो कभी जिला सचिवालय तो कभी पीडीडी कार्यालय के समक्ष बिजली समस्या को लेकर रोज़ाना धरने प्रदर्शन हो रहे हैं।
शनिवार को बिजली समस्या से परेशान बरनोटी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बरनोटी सहित आसपास के स्थानीय लोगों ने यूटी प्रशासन, स्थानीय सांसद और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की। इसी बीच कठुआ पुलिस मौक़े पर पहुँची लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और डटे रहे। प्रदर्शनकारियों में मौजूद महिलाओं का कहना था कि हर महीने वे हजारों रूपेय बिजली के बिल दे रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी लोगों को पर्याप्त बिजली नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बीती रात 11 बजे से बिजली बंद है लेकिन कर्मचारियों ने दुरूस्त करने का प्रयास नहीं किया जिसके चलते रातभर परेशान रहे। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी बारिश या हवा चलने के उपरांत बिजली गुल हो जाती है और कई घंटों तक लोगों को उमस भरी गर्मी से जूझना पड़ता है वहीं दूसरे ओर औद्योगिक क्षेत्र को 24 घंटे बिजली दी जा रही है। इसी बीच बिजली विभाग के आला अधिकारी भी प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंचे लेकिन स्थानीय लोगों ने उनके सामने भी जमकर नारेबाज़ी की। वहीं स्थानीय महिलाओं ने प्रदेश के एलजी और स्थानीय सांसद को भी खरीखोटी सुनाई। उन्होने कहा कि चुनाव के दिनों सांसद घर घर जाकर वोट माँगते हैं और बड़े-बड़े वायदे करते है। लेकिन जीत जाने के बाद समस्याओं को हल करने के लिए सामने नहीं आते हैं। इसी बीच बार बार प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया लेकिन समस्या से परेशान औरतें हाईवे से हटने का नाम नहीं ले रही थी। हालाँकि बिजली विभाग के अधिकारी ने बार बार उनसे हाथ जोड़कर सड़क से हटने की बिनती की और बिजली बहाली का आश्वासन भी दिया लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं हटे। क़रीब एक घंटे के बाद समझा बुझाकर प्रदर्शनकारियों को रोड से हटाया गया उसके बाद यातायात सुचारू हुआ।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया / बलवान सिंह