Jammu & Kashmir

आतंक के खात्में को लेकर बना आठ सूत्रीय सुरक्षा मैट्रिक्स

जम्मू, 3 अगस्त (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर में एक तरफ यहां आतंकी अब पीर पंजाल के दक्षिणी इलाकों में अपने पैर जमाने की फिराक में हैं वहीं जिला कठुआ के उन इलाकों जो कि पीर पंचाल के साथ जुड़ता है वहां आतंक को फैलाने का प्रयास कर रहे है लेकिन अब केंद्र सरकार ने भी कश्मीर की तरह जम्मू संभाग से आतंक को समाप्त करने को लेकर कमर कस ली है। एक दिन पहले डीजी बीएसएफ को भी इसी कड़ी में समय से पहले उनके पद से हटा दिया गया क्योंकि लगातार पाक की तरफ से सीमापार से घुसपैठ करवाई जा रही थी और इसे रोकने में वो नाकाम रहे है। हालांकि एलओसी से लेकर इंटरनेषनल बार्डर तक अब बीएसएफ की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि घुसपैठ को रोका जा सकें। जबकि दूसरी तरफ जम्मू संभाग में वो इलाके जो लंबे समय से शांत थे उनमें हुए आतंकी हमलों में सैन्यकर्मियों के बलिदान होने के मामलों में बढ़ोतरी सरकार के लिए चिंता का विषय बन गई। यही कारण है कि जम्मू संभाग में अब नए सिरे से आतंक की चुनौती से निपटने के लिए नई रणनीति अपनाई जा रही है।

कश्मीर की तरह जम्मू में आतंक पर चौतरफा प्रहार करने के लिए तैयार किए गए आठ सूत्रीय सुरक्षा मैट्रिक्स का मुख्य लक्ष्य घुसपैठ पर पूरी तरह से अंकुश लगाना होगा। इसके लिए हाईवे को सुरक्षित रखना, चोटियों पर दबदबा स्थापित करना, सेना, सुरक्षाबलों के क्षमता विकास, अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, जम्मू में असम राइफल्स को लाना, पैरा कमांडो की तैनाती, मानवीय इंटेलीजेंस नेटवर्क की मजबूती व रणनीतिक क्षेत्रों में एसओजी कैंप स्थापित करना सुरक्षा मैट्रिक्स का हिस्सा है। ताकि सिर उठा रहे आतंकियों को निस्तोनाबूत किया जा सकें। जबकि बार्डर को मजबूत करने के लिए ओडिशा से बीएसएफ की दो नई बटालियन जम्मू लाई जा रही हैं। जम्मू संभाग में सुरक्षा ग्रिड को पुख्ता बनाने के लिए असम राइफल्स की तैनाती की जा रही है। असम राइफल्स की दो बटालियनों के 1500 के करीब जवानों को दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में तैनात कर आतंकियों के छिपने के ठिकाने समाप्त किए जाएंगे। यानि आतंक पर चारों तरफ से जबरदस्त प्रहार करने की तैयारी हो रही है जो कि अब जरूरी भी हो गया था। ऐसा माना जा रहा है कि जम्मू संभाग के जंगलों में 40 से 50 आतंकी सक्रीय है जो रह रहकर सुरक्षाबलों को न सिर्फ निशाना बना रहे है बल्कि उनके साथ गोरिल्ला वार करके उन्हें गुमराह भी कर रहे है। ऐसे अब आठ सूत्रीय सुरक्षा मैट्रिक्स की रणनीति आतंकियों के लिए उनकी कब्र जरूर खोद देगी।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / Ashwani Gupta / बलवान सिंह

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