बिहारशरीफ, 2अगस्त (Udaipur Kiran) । क्षेत्र भ्रमण के दौरान बीडीओ डॉ. जियाउलहक ने शुक्रवार को नालंदा के किशुनपुर गांव में एक दिव्यांग लड़की के घर पर जाकर उसकी स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने देखा कि विभा कुमारी, जो कि भूषण मांझी की पुत्री हैं, दोनों पैरों से लाचार हैं और घर के दरवाजे पर बैठी हुई थीं।
बीडीओ ने पेंशन के बारे में पूछताछ की। ताे लड़की ने पेंशन मिलने की बात कहीै। इसके बाद बीडीओ ने लड़की को ट्राई साइकिल के लिए प्रेरित किया और जल्द ही फॉर्म भरने की सलाह दी। उन्होंने लड़की को पढ़ाई में मन लगाकर मेहनत करने की सलाह दी और ट्राई साइकिल के माध्यम से स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित किया।
बीडीओ ने कहा कि किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत संपर्क किया जाए। बीडीओ की इस पहल के लिए महादलित ग्रामीणों ने धन्यवाद किया और उनकी सराहना की। एक बुजुर्ग महिला ने तो बीडीओ को “युग युग जिया हो बीडीओ साब” तक कहा, यह जताते हुए कि गरीबों को लाभ मिलने की उम्मीद उनके काम से बढ़ी है।
हिंदुस्तान समाचार/प्रमोद
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(Udaipur Kiran) / प्रमोद पांडे / चंदा कुमारी