हिसार, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । नियमित
करने की मांग पर नागरिक अस्पताल में पिछले सात दिनों से हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मचारियों
ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार अपने ही फैसलों को बदलकर कर्मचारी वर्ग
को परेशान कर रही है। कर्मचारियों ने कहा कि वर्ष 2017 में हरियाणा की इसी सरकार के
पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश के सभी एनएचएम कर्मचारियों को
सर्विस बाईलॉज़ का लाभ दिया था, परंतु अब की सरकार एनएचएम कर्मचारियों के हकों को ख़त्म
करने जा रही है।
एनएमएच कर्मचारियों के साझा
मोर्चा के आह्वान पर नागरिक अस्पताल में कर्मचारियों की हड़ताल व धरना गुरुवार को सातवें
दिन भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए प्रेस सचिव बलजीत नैन ने कहा कि सरकार में
बैठे अधिकारियों की मंशा कर्मचारियों के प्रति सही नहीं है और इसी कारण मौजूदा मुख्यमंत्री
व स्वास्थ्य मंत्री को बहकाकर एनएमएच कर्मचारियों को दिए गए बाइलाज खत्म किए जा रहे
हैं। उन्हाेंने कहा कि नियमित करने सहित अन्य मांगों पर एनएमएच कर्मचारी सात दिनों से हड़ताल पर हैं,
परंतु सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
नागरिक अस्पताल में चल रहे धरने
के सातवें दिन की अध्यक्षता आरटीएस प्रधान रोहताश बासड़ा ने की। एनएचएम कर्मचारी साझा मोर्चा
ने दावा किया है कि पूरे प्रदेश में एनएचएम के शत प्रतिशत कर्मचारी हड़ताल पर हैं और
आंदोलन में बढ़-चढ़कर कर हिस्सा ले रहे हैं। हड़ताल की वजह से हरियाणा सरकार द्वारा
चलाए जा रहे रेफरल ट्रांसपोर्ट का जो कार्य एनएचएम कर्मचारी कर रहे थे वो पूर्ण रूप
से बंद है। संगठन के अनुसार इसकी एवज में हरियाणा कौशल रोजगार निगम के चालकों से एंबुलेंस
चलवाई जा रही, जिसमें ईएमटी नहीं है।
धरने पर पहुंची जनवादी महिला
समिति की जिला प्रधान व राज्य उप प्रधान शकुंतला जाखड़ ने हड़ताल को समर्थन दिया। धरने
को राजेश देवी, कौशल्या देवी, एएनएम कांता देवी, नर्सिंग स्टाफ पूनम देवी, डॉ. छाया
लांबा, डॉ. सचिन, डॉ. मोनिका, सीएचओ प्रिया, एसटीएसमनोज व नरेश, काउंसलर राजेंद्र व राहुल, अकाउंटेंट
वीरभान, जिला अकाउंट मैनेजर अमित गर्ग आदि ने संबोधित किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर / सुमन भारद्वाज शर्मा