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मंडी की चौहार घाटी में बादल फटने से दस लोग जिंदा दफन, दो शव मिले

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मंडी, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में बीती रात हई भारी बारिश ने कहर बरपाते हुए कई लोगों की जीवन लीला समाप्त कर दी। घुट घुट कर हो रही मानसून ने अगस्त की शुरूआत में ही अपना रौद्र रूप दिखाते हुए एक ही रात में चार दर्जन लोगों की जिंदा समाधि लगा दी। एक ही रात में प्रदेश में जान माल का बड़ा नुक्सान हुआ है। मंडी जिले के पधर व शिमला जिले के रामपुर उपमंडल में बादल फटने की घटनाओं में 47 लोगों के जिंदा दफन हो जाने की सूचना है। मलबे के नीचे दबे लोगों को निकालने के लिए बड़े स्तर पर बचाव अभियान जारी है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, होमगार्ड, पुलिस व अन्य एंजेसियां इस काम में जुटी हुई हैं। प्रशासन मौके पर राहत कार्यों की निगरानी में लगा है।

मंडी के राजबन तेरंग में 11 लोग लापता:

मंडी जिले के दं्रग विधानसभा क्षेत्र की चौहार घाटी की धमच्यान पंचायत के गांव राजबन तेरंग में रात 11 बजे जब लोग पूरा दिन काम करने के बाद खा पीकर आराम से सो रहे थे तो अचानक उपर पहाड़ी पर फटे बादल से आए मलबे में तीन घर पूरी तरह से चपेट में आ गए और इनमें सो रहे तीन परिवारों के लोग जिंदा दफन हो गए। एक व्यक्ति ही किसी तरह से जान बचाकर भाग गया जो गंभीर तौर पर घायल हुआ है। प्रशासन के पास रात 12 बजे यह सूचना पहुंची तो राहत के लिए टीमें मौके पर रवाना की। जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस गांव तक पहुंचने के लिए सभी सडक़ें ल्हासे आने के कारण जगह जगह बंद हो चुकी थी। किसी तरह सुबह होते ही बचाव कार्य शुरू हो पाया। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन, पुलिस अधीक्षक मंडी साक्षी वर्मा भी दलबल सहित मौके पर पहुंचे तथा स्वयं राहत कार्यों का निरीक्षण किया। दफन हो गए 10 लोगों में से दोपहर तीन बजे तक तीन शव मिल चुके थे जिनमें चंदी देवी पत्नी सौजू राम उम्र 75 , चैतरी देवी पत्नी गोरखू राम उम्र 90 तथा सौजू राम पुत्र बजीरू राम 80 सभी गांव राजबन डाकघर थलटूखोड़ए तहसील पधर जिला मंडी के शव मिल गए हैं। अन्य सात की तलाश जारी है। घायल राम सिंह पुत्र सौजू राम को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसकी हालत गंभीर होने के चलते उसे जोगिंदरनगर अस्पताल से टांडा मेडिकल कालेज के लिए रैफर किया गया है।

जिंदा दब गए सात अन्य लापता:

मंडी जिला के राजबन तेरंगमें सात लोग जिंदा दब गए अन्य लापता हैं। जिनमें सोनम पत्नी राम सिंह 23, मानवी पुत्री राम सिंह 3 महीने,अमन पुत्र ज्ञान चंद 9 साल, आर्यन पुत्र खेम सिंह 8, खुड्डी देवी पत्नी चंदन लाल 46 ये सभी गांव राजबन डाकघर थलटूखोड़, तहसील पधर जिला मंडी के हैं । जबकि अनामिका उर्फ अन्नू पुत्री शेष राम 11 गांव समालग व हरदेव पुत्र भगत राम 30 गांव धरयांदर का है। इन सबकी मलबे से तलाश की जा रही है। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी पहुंची हुई है ताकि यदि कोई चमत्कार हो जाए और जिंदा मिल जाए तो उसे तुरंत उपचार दिया जा सके। इधर, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार ने बताया कि प्रशासन को रात 12 बजे जैसे ही सूचना मिली तो मौके के लिए टीमें रवाना कर दी गई। प्रशासन ने मौके पर पहुंचने या किसी घायल को वहां से निकालने के लिए वायु सेना के हेलीकाप्टर का भी प्रबंध कर लिया मगर मौसम के खराब होने तथा मलबे में दफन हो जाने के चलते इन सेवाओं को अभी होल्ड रखा गया है। उन्होंने कहा कि रास्ते बंद हो जाने के चलते प्रशासन व राहत दलों को मौके पर पहुंचने में काफी कठिनाई आई। उनके अनुसार 3 शव मिल गए हैं बाकी लापता को ढूंढा जा रहा है।

जिले की 128 सडक़ें हुई बंद:

बीती रात हुई बारिश ने खूब कहर मचाया है। मंडी मनाली मार्ग चार मील, छह मील, 9 मील, जागर में जगह -जगह ल्हासे आने से बंद हो गया। कुल्लू जिले के मलाणा नाले में फटे बादल से ब्यास नदी में बाढ़ आ गई। पंडोह बांध के गेट खोलने पड़े जिस कारण से ब्यास नदी का पानी पंडोह, भियूली मंडी व रघुनाथ के पधर तक पहुंच गया। ऐसे में दरिया किनारे रह रहे 30 लोगों को बाड़ी गुमाणू व रघुनाथ का पधर से, 15 लोगों को लोअर भियूली मंडी से निकाल कर सुरक्षित जगह पर रखने स्थानीय गुरूद्वारे में इनके लिए जगह की व्यवस्था कर दी गई थी। लेकिन पानी उतर जाने के बाद इन्हें फिलहाल वहीं रहने दिया है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार ने बताया कि मंडी कुल्लू मार्ग पर पंडोह के जागर नाले ने पूरी सडक़ बहा दी जिस कारण से यह मार्ग कई घंटे तक बंद रहा। दोपहर 12 बजे ही इसे एक तरफा खोला जा सका। ऐसे में हजारों वाहन रात भर यहां फंसे रहे। जिले में 128 सडक़ें बारिश के चलते बंद हो गई हैं। इनकी बहाली के लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया गया है। इधर, मलाणा नाले में फटे बादल के कारण बड़ी मात्रा में सिल्ट व बड़े- बड़े पेड़ पूरा दिन नदी ब्यास नदी में बहते रहे। कई जगहों पर लोग जान जोखिम में डाल कर इन्हें पकड़ते देखे गए। मंडी के पड्डल मैदान में ब्यास नदी किनारे गोबिंदघाट पार्किंग में भी पानी घुस गया व कई कारें पानी में तैर गई।

इधर, दं्रग विधानसभा क्षेत्र के इलाका बदार में ग्राम पंचायत देयोरी में दो भाईयों दयाल सिंह व शेष राम पुत्र रमेश का 12 कमरों वाला मकान थाचनाला में आई बाढ़ में सामान सहित बह गया। करीब 20 लाख के नुक्सान का अनुमान लगाया गया है। वहीं प्रशासन ने मौसम के तेवरों को देखते हुए पधरए बालीचौकी व करसोग उपमंडलों में स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। मंडी सदर उपमंडल के कटौला कटिंडी क्षेत्र में भी स्कूलों मेें छुट्टी कर दी गई है।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा / उज्जवल शर्मा

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