देहरादून, 01 अगस्त (Udaipur Kiran) । आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी को जिला बदर किये जाने के बाद अधिवक्ता उनके समर्थन में उतर आए हैं। वकीलों ने इस कार्रवाई की निंदा की और आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने यह कार्रवाई विद्वेषपूर्ण तरीके से की है। एडवोकेट विकेश को जिला बदर करने में कानून का सही तरीके से पालन नहीं किया गया। वकीलों का कहना है कि इस मामले में पुलिस प्रशासन की कार्रवाई एकतरफा रही है।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में गुरुवार काे आयोजित प्रेस वार्ता में अधिवक्ताओं ने एडवोकेट विकेश नेगी को जिला बदर करने की कार्रवाई की निंदा की। अधिवक्ताओं ने कहा कि विकेश नेगी पर कोर्ट में कोई अपराधिक केस नहीं है। जिला बदर के लिए आदतन अपराधी या समाज के लिए खतरा होने की बात कोर्ट में तय नहीं हुई। जिस जमीन पर सिविल कोर्ट में केस चल रहा है और स्टे है, उस जमीन के मालिक के एडवोकेट के तौर पर विकेश नेगी नियुक्त हैं। अधिवक्ताओं ने पुलिस से उस जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है जिसके आधार पर विकेश नेगी को जिला बदर किया गया।
(Udaipur Kiran) / राम प्रताप मिश्र / Satyawan / वीरेन्द्र सिंह