बरेली, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । एक ओर उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षक टैबलेट पर चेहरा दिखाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। वहीं बेसिक स्कूल में एक शिक्षिका का कारनामा सामने आया है, जहां शिक्षिका पिछले एक साल से स्कूल से गैरहाज़िर होकर पैर पसार के आराम फरमा रही हैं। और स्कूल प्रशासन उसके घर बैठने का पूर्ण मेहनताना दिया जा रहा है।
मामला देवरनिया के दमखोदा ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय बहादुरगंज में तैनात सहायक अध्यापिका करीब एक वर्ष से स्कूल से ग़ायब है. जबकि शिक्षिका समय से वेतन लेने में कहीं भी पीछे नहीं हैं। वहीं इसकी भनक स्थानीय ग्रामीणों को लगी तों उन्होंने उस शिक्षिका की शिकायत अफसरों से की है।
शिकायत के अनुसार शिक्षिका निकेता देवल को अक्सर स्कूल से गायब ही रहती हैं, पिछले वर्ष नवम्बर माह मे बीएलओ ड्यूटी बरेली लगवाकर स्कूल का मुंह नहीं देखा। इस बीच उक्त शिक्षिका के हस्ताक्षर रजिस्टर में होते रहे और वेतन की भी निकल रहा है। शिकायत के मुताबिक मार्च माह में फर्जी हस्ताक्षर करके उक्त शिक्षिका तीस जुलाई तक सीसीएल पर चली गई थी, 31 जुलाई बुधवार को शिक्षिका को विघालय में ज्वाइन करना था, मगर वह नहीं आई।
स्कूल के इंचार्ज प्रधानाध्यापक सत्यपाल गंगवार ने बताया उक्त शिक्षिका की उन्होंने रजिस्टर में गैरहाजिरी दर्ज कर दी है।
इस बाबत ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी ( बीईओ) प्रेमसुख गंगवार ने बताया कि अगर शिक्षिका स्कूल नहीं आ रही है, तो गलत है। उक्त शिक्षिका की छुट्टी या मेडिकल भी नहीं है। विद्यालय निरीक्षण में अगर शिक्षिका अनुपस्थित मिली तो वेतन काटा जाएगा। इंचार्ज प्रधानाध्यापक को गैरहाजिरी चढ़ाने को कहा जाएगा।
(Udaipur Kiran) / देश दीपक गंगवार / शरद चंद्र बाजपेयी / राजेश