नई दिल्ली, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । अर्थव्यवस्था के र्मोचे पर झटका देने वाली खबर है। देश के प्रमुख बुनियादी उद्योगों की रफ्तार धीमी पड़ गई है। जून में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की उत्पादन की वृद्धि दर नरम पड़कर 4 फीसदी रह गई है। इससे पिछले महीने मई में इन प्रमुख उद्योगों की वृद्धि की रफ्तार 6.3 फीसदी थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक बयान में बताया कि कच्चे तेल और रिफाइनरी उत्पादों का प्रोडक्शन घटने से जून में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की उत्पादन दर नरम पड़कर 4 फीसदी रही है। मंत्रालय के मुताबिक जून महीने में इन प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर सालाना और मासिक दोनों आधार पर घटी है। मई, 2024 में प्रमुख क्षेत्रों का उत्पादन 6.3 फीसदी बढ़ा था, जबकि जून, 2023 में इसकी वृद्धि दर 8.4 फीसदी रही थी।
आंकड़ों के मुताबिक जून में कच्चे तेल और रिफाइनरी उत्पादों के प्रोडक्शन में क्रमशः 2.6 फीसदी और 1.5 फीसदी की गिरावट आई है। इस दौरान प्राकृतिक गैस, उर्वरक, इस्पात और सीमेंट के उत्पादन की वृद्धि दर क्रमशः 3.3 फीसदी, 2.4 फीसदी, 2.7 फीसदी और 1.9 फीसदी तक सीमित रह गई। हालांकि, जून महीने में कोयला और बिजली के उत्पादन में क्रमशः 14.8 फीसदी और 7.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
मंत्रालय के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही में इन आठ प्रमुख उद्योगों का उत्पादन 5.7 फीसदी बढ़ा है, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह छह फीसदी की दर से बढ़ा था। इन प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि का पिछला सबसे निचला स्तर अक्टूबर, 2022 में 0.7 फीसदी दर्ज किया गया था।
उल्लेखनीय है कि देश के इन आठ प्रमुख उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 40.27 फीसदी का योगदान है। आईआईपी देश की समग्र औद्योगिक वृद्धि को मापने का एक सूचकांक है।
(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर / रामानुज