अशोकनगर, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । तहसील दफ्तर के सामने मंदसौर मिल के नाम से जानी जाने वाली शहर की बेशकीमती भूमि, माफियाओं से मुक्त कराने नगर विकास समिति द्वारा मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया, जिनमें वरिष्ठ भाजपा और वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पत्रकार उपस्थित थे।
कलेक्टर को दिए ज्ञापन में बताया गया कि तहसील दफ्तर के सामने स्थिति भूमि रकवा 5.080 हैक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर भूमि को माफियाओं से मुक्त कराया जाए।
उल्लेख कर कहा गया है कि उक्त शासकीय भूमि जिसे शासन ने 1929 में मंदसौर के सेठ मुरलीधर बासुदेव को जीनिंग फैक्टरी लगाने के लिए दी गई थी। जिसकी शर्तों का पालन फैक्टरी मालिक द्वारा नहीं किया गया, और उक्त भूमि पर फैक्टरी बंद होने के बाद नियमानुसार भूमि शासन को वापिस होना थी। किन्तु उक्त भूमि मुरलीधर बासुदेव द्वारा अपने गोद लिए गए पुत्र शांतनु कुमार गनेठीवाला के नाम कर दी। जिसके बाद पक्का कृषक पट्टा बनवाकर उक्त करोड़ों की भूमि खुर्द-बुर्द की जा रही है।
आगे कहा गया कि उक्त भूमि सर्वे नम्बर 486, 487, 488,489,490,491,492,493,494 एवं 500 कुल रकवा 5.080 हैक्टेयर भूमि जो मंदसौर के सेठ को 1929 में ग्वालियर स्टेट के समय फैक्टरी लगाने दी गई थी। फैक्टरी बंद होने के बाद मुरलीधर बासुदेव ने त्रुटि पूर्ण तरीके से अपने गोद लिए पुत्र के नाम कर दी थी। बताया गया कि अविभाजित गुना जिला कलेक्टर पीके दास ने उक्त मामले में नोटिस जारी किए थे। इसी प्रकार अविभाजित गुना जिला कलेक्टर नीलम राव ने भी अपने आदेश में इस तरह त्रुटि का लाभ लेकर बेशकीमती भूमि को खुर्द-बुर्द किया जा रहा है।
बताया गया कि उक्त भूमि को गुना निवासी सरदार अमरीक सिंह द्वारा भूमि को महंगे दामों में बेचने अनुबंध किए गए हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश चौधरी, विधायक हरिबाबू राय, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दशरथ सिंह रघुवंशी, वरिष्ठ पत्रकार मनोज जैन, देवेन्द्र ताम्रकार ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में कहा है कि शहर के नागरिकों की भावना के अनुरूप भू-माफियाओं के विरुद्ध चल रहे अभियान के तहत उक्त बेशकीमती भूमि को माफियाओं से मुक्त कराया जाए और भूमि का लोकहित में उपयोग किया जाए।
(Udaipur Kiran) / देवेन्द्र ताम्रकार तोमर