भोपाल, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । आंचलिक विज्ञान केंद्र, भोपाल द्वारा जनजातीय कार्य विभाग के सहयोग से मध्यप्रदेश में ‘ऊर्जा’ एवं ‘मापन’ शीर्षक पर दो भ्रमणशील चलित विज्ञान प्रदर्शनी संचालित की जा रही है। इस चलित विज्ञान प्रदर्शनी वाहनों को मंगलवार को जनजातीय कार्य, लोक परसिम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने आंचलिक विज्ञान केन्द्र भोपाल से खंडवा एवं धार जिलों में विज्ञान प्रदर्शनियों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह बस प्रत्येक जिले के 30 स्कूलों में विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित करेंगी। खण्डवा एवं धार जिले में प्रदर्शनी कार्यक्रम पूरा होने के बाद यह बसें क्रमश: बड़वानी, खरगोन, झाबुआ एवं अलीराजपुर जिलों में भी चलित प्रदर्शनी आयोजित करेंगी।
ऊर्जा विषय पर आधारित भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी बस मानव जीवन में ऊर्जा की महत्ता को दर्शाते हुए ऊर्जा के विभिन्न पहलुओं जैसे की ऊर्जा के विभिन्न स्त्रोतों, नवीकरणीय एवं अनवीकरणीय ऊर्जा इत्यादि पर प्रकाश डालती है। मापन विषय पर आधारित भ्रमणशील विज्ञान प्रदर्शनी बस मानव जीवन में मापन के महत्त्व को दर्शाते हुए मापन की विभिन्न विधियों जैसे कि आयतन मापन, क्षेत्रफल मापन, गुरुत्वीय त्वरण मापन इत्यादि पर प्रकाश डालती है।
इस अवसर पर जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि चलित विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन एक सराहनीय पहल है। उन्होंने बताया कि खण्डवा एकमात्र जिला है जहां जल, कोयले और सौर संयंत्र तीनों प्रकार से बिजली का उत्पादन होता है। अकेले खण्डवा जिले में ही 15 हजार किलोवाट बिजली उत्पादित की जाती है। उन्होंने आंचलिक विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर छोटे स्कूली बच्चों को भी इस चलित विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन करायें। इससे वे ऊर्जा के उपयोग व इसके उत्पादन की बारीकियों के बारे में सीखेंगे। उल्लेखनीय है कि इस चलित विज्ञान प्रदर्शनी के दोनों वाहन 31 जुलाई को सुबह 9 बजे खण्डवा के लिये रवाना होंगे।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत तोमर