झांसी, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । महाराजा अग्रसेन सरस्वती विद्या मंदिर में मंगलवार को सहकारिता की कार्यशाला व पैक्स संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहकार भारती के पैक्स प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक राजदत्त पाण्डेय रहे।
उन्होंने सहकारिता को परिभाषित करते हुए बताया कि कृष्ण का ग्वाल वालों संग पर्वत उठाना सहकारिता है। सहकारिता की स्थिति में सुधार लाने के लिए जब तक राजनैतिक व सरकारी हस्तक्षेप सहकारिता से बंद नहीं होगा, तब तक सहकारी समितियों की स्थिति नहीं सुधरेगी।
उन्होंने कहा कि सहकारिता बहुत ही व्यापक क्षेत्र है। देश में 9 लाख से अधिक सहकारी समितियां हैं। उप्र में 48 हजार सहकारी समितियां है। संस्थापक लक्ष्मण राय इनामदार ने बिना संस्कार नहीं सहकार, बिना सहकार नहीं उद्धार का यह नारा दिया था। हिंदी भाषी क्षेत्रों में सहकारी समितियों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं।
इस अवसर पर राम लखन भार्गव, लखनलाल सक्सेना, कुसुम साहू, प्रेम प्रकाश अग्रवाल, प्रवीण भार्गव, रुद्राक्ष गुप्ता, वरुण अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा