धमतरी, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) ।शासन की मंशानुरूप ग्रामीणों की समस्या-शिकायतों और मांग के त्वरित निराकरण के लिए जिले में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में 30 जुलाई को मगरलोड विकासखंड के ग्राम करेलीबड़ी में जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया। जनसमस्या निवारण शिविर में प्राप्त 412 आवेदनों में से 151 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण कर लिया गया। शेष आवेदनों के निराकरण के लिए समय-सीमा दी गई है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति ठाकुर ने कहा कि आज जिला प्रशासन हमारे गांव आकर हमारी समस्याओं-शिकायतों के निराकरण के लिए उपस्थित है, जो कि हर्ष का विषय है। वहीं जिला पंचायत सदस्य श्रीमती कुसुमलता साहू ने कहा कि शासन की मंशानुरूप आज जिला स्तरीय अधिकारी हमारे गांव आकर विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दे रहे है। साथ ही हमारी समस्याओं को दूर भी कर रहे है।
इस अवसर पर श्यामलाल साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधियो ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। शिविर में जनपद उपाध्यक्ष राजेश साहू, सभापति गिरीश साहू, मण्डल अध्यक्ष होरीलाल साहू, रोशन सिन्हा,महेन्द्र साहू, सरपंच करेली बड़ी डोमार साहू, सरपंच भेण्डरी श्री देवांगन सहित जनप्रतिनिधि और जिला स्तरीय अधिकारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में अपर कलेक्टर जीआर मरकाम ने कहा कि जिला प्रशासन आज आपके द्वारा आपकी समस्याओं को दूर करने आपके गांव आया है। आप सभी अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन इस शिविर में दे सकते है, जिन आवेदनों का निराकरण मौक पर हो सकेगा उनका निराकरण किया जायेगा। इसके साथ ही ऐसे प्रकरण जिनका निराकरण जिला अथवा राज्य स्तर पर होगा उन्हें उच्च स्तर पर भेजकर निराकृत करने का प्रयास किया जायेगा। शिविर में शासन द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं-कार्यक्रमों की भी जानकारी अधिकारियां द्वारा दी जा रही है। आप सभी शासन की इन जनकल्याणकारी योजनाओं-कार्यक्रमों का अधिक से अधिक लाभ उठायें। इस अवसर पर शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, पशुधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, कृषि, उद्यानिकी, खाद्य, जल संसाधन, परिवहन, राजस्व,विद्युत, श्रम, वन, मत्स्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियो ने शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चिकित्सा शिविर भी लगाया गया था, जिसमें बीपी, शुगर, सिकलीन, बुखार, सर्दी-खासी के 52 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाईयां दी गई। इसके साथ ही साफ-सफाई और गरम एवं ताजा भोजन सेवन करने की सलाह दी गई। वहीं आयुर्वेद विभाग द्वारा भी सुप्रजा कार्यक्रम के तहत् गर्भवती माताओं को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गई। इसके साथ ही 45 मरीजां का भी आयुर्वेद पद्धति से उपचार किया। साथ ही नेत्र जांच स्टाल में भी 19 ग्रामीणों का नेत्र परीक्षण कर उन्हें उचित उपचार के बारे में बताया गया। शिविर में परिवहन विभाग को प्राप्त 25 लायसेंस बनाने के लिए आवेदन में से 15 लोगों को मौके पर ही लर्निंग लायसेंस बनाकर प्रदान किया गया।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा / केशव केदारनाथ शर्मा