बिजनौर, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने मंगलवार को अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण) के कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान कई कर्मचारी अपने कुर्सी पर नहीं मिले। जिससे जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अधिशासी अभियन्ता जल निगम कार्यालय में लैब का समुचित ढंग से पर्यवेक्षण नहीं किया जा रहा है। 13 दिसम्बर, 2023 को बैठक में अधिशासी अभियन्ता एवं अवर अभियन्तागण के वेतन रोकने के निर्देश के बाद भी यहां कोई सुधार नहीं हुआ है। आज यहां फिर अनुपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोका जायेगा।
जानकारी हो कि जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान राकेश चौधरी अधिशासी अभियन्ता जल निगम (ग्रामीण), शुभम सक्सेना सहायक अभियन्ता, अकबर हसन सहायक अभियन्ता, एम. अली अवर अभियन्ता, भारत सिंह अवर अभियन्ता, स्वामी नाथन कौशल सहायक अभियन्ता, अक्षय कुमार सहायक अभियन्ता स्वच्छ पेयजल मिशन, अंकित कुमार अवर अभियन्ता स्वच्छ पेयजल मिशन, राहुल यादव अवर अभियन्ता स्वच्छ पेयजल मिशन, संदीप पटेल अवर अभियन्ता स्वच्छ पेयजल मिशन, अनुराधा भारती वरिष्ठ सहायक, मोहित शर्मा कनिष्ठ सहायक, सरल शर्मा लेखा लिपिक, दिलावर सिंह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, आउटसोर्सिंग कर्मचारी विकास कुमार राजपूत कैमिस्ट, अमित कुमार लैब असिस्टेन्ट, सचिन कुमार डाटा एन्ट्री आपरेटर अनुपस्थित पाये गये।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि इन सभी के स्पष्टीकरण प्राप्त कर अग्रिम कार्यवाही कराने हेतु आख्या उपलब्ध करायें। जल निगम लगभग दो वर्षों से इसी बदहाल स्थिति को देख रहा है। कार्यालय में दो दर्जन से अधिक स्टाफ होने के बावजूद आधा दर्जन कर्मचारी ही दिखाई पड़ते हैं। अधिशासी अभियंता महीने में दो चार बार कभी कार्यालय में आते हैं, यही स्थिति अन्य स्टाफ की है। इस विभाग की शिकायत जिलाधिकारी से की गई थी, जिसके बाद जिलाधिकारी ने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।
(Udaipur Kiran) / नरेन्द्र / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा