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रेलवे सुरक्षा बल सेतू की तरह काम कर रहा, नियमित रूप से है मुस्तैद

रेलवे सुरक्षा बल सेतू की तरह काम कर रहा, नियमित रूप से है मुस्तैद

बीकानेर, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । अपने घर से भटकते हुए ट्रेनों से बीकानेर मंडल के स्टेशनों तक पहुंचने वाले गुमशुदा बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए रेलवे सुरक्षा बल सेतू की तरह काम कर रहा है। नियमित रूप से रेलवे सुरक्षा बल मुस्तैद है। आरपीएफ ने ऑपरेशन ‘नन्हे फरिश्ते’ के माध्यम से भटकों को राह दिखाई है। इसका ताजा उदाहरण है कि जून माह में ही इस तरह के भटके हुए 25 बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को अपने परिजनों और गैर सरकारी सेवा संगठनों तक पहुंचाया है।

वरिष्ठ वाणिज्य मंडल प्रबंधक महेश जेवलिया के अनुसार यह एक ऑपरेशन से कहीं अधिक है। यह उन हजारों बच्चों के लिए एक जीवन रेखा है जो खुद को अनिश्चित परिस्थितियों में पाते हैं। प्रत्येक बचाव समाज के सबसे असुरक्षित सदस्यों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। रेलवे सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क है। इसी कड़ी में तम्बाकु अधिनियम के तहत एक माह के दौरान 35 लोगों को पकडा ओर उनसे 7000 हजार का जुर्माना वसूला गया। इंटेलीजेंट सिक्योरिटी सिस्टम और सीसीटीवी की सहायता से निगरानी कर माह के दौरान 05 प्रकरण रेल अधिनियम की धारा 159 के तहत पंजीकृत किए गए हैं। असामाजिक तत्वों के विरुद्ध 419 प्रकरण पंजीकृत किए गए हैं, जिसमें 400 लोगों को गिरफ्तार किया और ६६ हजार335 रुपए का जुर्माना वसूला गया।

चोरी के आठ प्रकरण…

यात्री सामान चोरी के 08 प्रकरण प्रकाश में आए है, जिसमें से दो प्रकरण रेलवे सुरक्षा बल की ओर से ट्रेस आउट कर लिए गए है। अन्य घटनाओं के सम्बन्धित राजकीय रेलवे पुलिस से समन्वय कर चोरी हुए यात्री सामान की बरामदगी व आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। एक प्रकरण को रेलवे सुरक्षा बल ने पकडा गया है। यात्री सामान चोरी के प्रकरणों में पोस्ट प्रभारियों को रेल परिसर व सवारी गाडिय़ों में घटित घटनाओं की रोकथाम व अपराधियों की धरपकड़ के क्रम में राजकीय रेलवे पुलिस से समन्वय करते हुए कार्रवाई अमल लाने के लिए निर्देशित किया जा रहा है।

(Udaipur Kiran) / राजीव

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