वाराणसी, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । गंगा की लहरें फिर उफनने लगी है। बढ़ रहे जलस्तर के चलते घाटों का सम्पर्क मार्ग डूब गया है। घाटों का सम्पर्क मार्ग जल में सामने से लोग आने-जाने के लिए गलियों का सहारा ले रहे हैं। गंगा में बढ़ाव से दशाश्वमेधघाट पर होने वाली गंगा आरती का स्थान भी बदलना पड़ा।
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि अपने निर्धारित स्थान से दस फीट पीछे मां गंगा की आरती सोमवार शाम को की गई। उन्होंने बताया कि जैसे जैसे मां गंगा का जलस्तर दशाश्वमेध घाट के ऊपर आएगा। वैसे-वैसे आरती का स्थान परिवर्तित होता रहेगा। बीते सोमवार को गंगा का जलस्तर चार घंटे में अचानक 24 सेंटीमीटर बढ़ गया। प्रति घंटे छह सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा जलस्तर 62.26 मीटर पर पहुंच गया।
केन्द्रीय जल आयोग आयोग के अनुसार मंगलवार को गंगा का जलस्तर सुबह 08 बजे तक 62.90 मीटर दर्ज किया गया। गंगा में चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे का निशान 71.262 मीटर है। गंगा में बढ़ाव देख छोटी नावों को चलाने पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। बड़ी नावें संचालित करने वाले नाविकों को नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है। जल पुलिस इसकी निगरानी में जुट गई है। जल पुलिस व एनडीआरएफ की चार टीमें गंगा में पीएसी के जवानों के साथ गश्त कर रही है।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / राजेश