रायपुर, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 10 राज्यों में करोड़ों की ठगी करने वाले दो आरोपितों को साइबर थाना रायपुर ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित सॉफ्टवेयर इंजीनियर विकास चंद्राकर और उसको खाते उपलब्ध करवाने वाले आशीष साहू को भिलाई से गिरफ्तार किया गया है। सोमवार को उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।आरोपितों के कब्जे से चार मोबाइल, एक लैपटॉप, सात डेबिट कार्ड, एक कार जब्त किया गया है। साथ ही बैंक खातों में जमा आठ लाख रुपये होल्ड कराया है।
साेमवार को पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी पत्रकारों को दी। पुलिस के अनुसार पीड़ित डॉक्टर प्रकाश गुप्ता पिता स्वर्गीय राम प्रसादगुप्ता उम्र 66 वर्ष निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी टाटीबंध आमानाका रायपुर, रिटायर्ड सिविल सर्जन ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम से उनसे 74.49 लाख रुपये की ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। सोलह जुलाई को रेंज साइबर थाना रायपुर में अपराध क्रमांक 8/24 धारा 420,34 भादंसं के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा द्वारा रेंज साइबर थाना की टीम को तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर आरोपितों को गिरफ्तार करने के संबंध में निर्देश दिया गया। जांच में प्रार्थी ने जिन बैंक खातों में रकम डाली थी, उसकी जांच की गई। वहीं मोबाइल नंबरों की पड़ताल की गई। जिस पर आरोपित आशीष साहू द्वारा विभिन्न बैंकों में खाता खुलावा कर अपने साथी विकास चंद्राकर को दिया गया था। उक्त बैंक खातों में प्रार्थी से 25 लाख रुपये जमा करवाए गए थे। बैंक खातों के एवज में विकास चंद्राकर ने कमीशन के रूप में 3.70 लाख रुपये आशीष को दिया था।
आरोपित ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर छत्तीसगढ़ समेत करीब 10 राज्यों में करोड़ों की ठगी की है। विकास चंद्राकर खुद अपने शिकार को बताकर जाल में फंसाकर ठगी करता था। आशीष साहू रेलवे और एयर टिकट सेंटर की आड़ में लोगों से बैंक खाते किराए पर लेकर विकास चंद्राकर को उपलब्ध कराता था।
आरोपित विकास चंद्राकर निवासी भिलाई पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। यह वर्चुअल नंबर का प्रयोग करता है और अन्य लोगों से बैंक खाते किराया में लेकर ठगी की रकम जमा करवाने में प्रयोग करता था। इन बैंक खातों में अलग अलग राज्यों के कुल 80 पुलिस थाना एवं साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज है। विकास चंद्राकर के स्वयं की 10 से अधिक बैंक खातों की जानकारी प्राप्त हुई है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा / चन्द्र नारायण शुक्ल