जयपुर, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजस्थान विधानसभा में साेमवार काे प्रतिपक्षी कांग्रेस ने प्रदेश में दलित अत्याचार की घटनाएं बढ़ने का आराेप लगाते हुए शून्यकाल में जमकर हंगामा किया। हंगामा और नारेबाजी इतनी बढ गई कि सदन काे तीन बार स्थगित किया गया। हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि अपने राज में दलितों पर अत्याचार करने वाली कांग्रेस आज घड़ियाली आंसू बहा रही है।
शून्यकाल में स्थगन प्रस्ताव के जरिये नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, बीएपी विधायक थावरचंद और कांग्रेस विधायक पितराम सिंह काला ने दलित अत्याचारों का मामला उठाया। सलूंबर में दलित शिक्षक को तलवार से काटने, सीकर में दलित छात्र की हत्या सहित प्रदेश में दलित अत्याचार की घटनाओं के मुद्दे उठाए गए। बीएपी विधायक थावरचंद ने स्थगन के जरिए सलूंबर में दलित शिक्षक को तलवार से काटकर मारने का मुद्दा उठाते हुए एक करोड़ के मुआवजे की मांग की। धरियाबाद से विधायक थावरचंद ने कहा कि सलूंबर में शिक्षक शंकर लाल मेघवाल का गला काट कर हत्या कर दी गई। उसके पिता का भी हाथ काट दिया गया। कल प्रशासन और उनके परिवार में समझौता हुआ है, लेकिन यह समझौता भेदभावपूर्ण है। इससे पहले उदयपुर में कन्हैया लाल टेलर की हत्या हुई थी, उसे एक करोड रुपये का मुआवजा दिया गया था व आश्रित को सरकारी नौकरी दी गई थी। जबकि शंकर लाल को 31 लाख का ही मुआवजा दिया जा रहा है। यह भेदभाव क्याें, दलितों के साथ अत्याचार क्यों।
पिलानी से विधायक पीतराम सिंह काला ने थावरचंद का समर्थन करते हुए कहा कि यह घटनाएं हो ही क्यों रही हैं। दलित समाज के प्रति समाज का ऐसा रवैया क्यों है। सीकर में दलित छात्र की हत्या कर दी गई, सूरजगढ़ में रामेश्वर की हत्या कर दी गई, क्योंकि वह ठेके से शराब नहीं ले रहा था। बीकानेर में 17 वर्षीय लक्ष्मण की पीट पीट पर हत्या कर दी गई। यह सामाजिक मुद्दे हैं और इन घटनाओं से सामाजिक ताना-बाना प्रभावित होने की संभावना है। इस पर प्रशासन क्याें कार्रवाई नहीं कर रहा है। इस बीच प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली ने दखल देते हुए कहा कि यह गंभीर घटनाएं हैं। दलित को तलवार से काट दिया जाता है। कोई कार्रवाई नहीं होती है। इसके बाद विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया और सरकार के खिलाफ आरोप और नारेबाजी करते हुए वैल में आ गए। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान भी हंगामा और नारेबाजी जारी रही। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने लंच ब्रेक से पंद्रह मिनट पहले ही यानी पाैन बजे सदन की कार्यवाही दाे बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस के हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि अपने राज में दलितों पर अत्याचार करने वाली कांग्रेस आज घड़ियाली आंसू बहा रही है। विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालना इनका असली मकसद है। कांग्रेस अपने राज को याद करे, उस वक्त खूब दलित अत्याचार हुए। पटेल ने कहा कि सीकर जिले में दलित छात्र की हत्या की जांच करवाई जाएगी। एक-दो दिन में सदन में तथ्यों सहित पूरी जानकारी दी जाएगी।
विधानसभा में भाेजनावकाश के बाद भी दलित अत्याचारों के मुद्दे पर कांग्रेस का हंगामा जारी रहा। कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी और हंगामा किया। हंगामे के बीच ही उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दीया कुमारी ने वित्त और विनियोग विधेयक पर चर्चा का प्रस्ताव रखा। हंगामा जारी रहने पर स्पीकर ने दाे बजकर छह मिनट पर आधे घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। दाे बजकर छत्तीस मिनिट पर सदन की कार्यवाही फिर शुरु हुई लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी रहा। इस पर एक बार फिर सभापति संदीप शर्मा ने सदन की कार्यवाही हंगामे के कारण कार्यवाही आधे घंटे के लिए तीसरी बार स्थगित हो गई है। आधे घंटे बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरु हुई लेकिन विपक्षी सदस्याें का वैल में हंगामा जारी रहा। इस पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने व्यवस्था दी कि सरकार मंगलवार काे शून्य काल के बाद इस मामले में जवाब देगी। इसके बाद सदन में शांति हुई आैर सदन की कार्यवाही सुचारू रुप से जारी रही।
(Udaipur Kiran) / संदीप