प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं हुई बाधित
चंडीगढ़, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । हरियाणा में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल चार दिन पूरे होने के बाद सोमवार को अगले चार दिन के लिए और बढ़ा दी है। एनएचएम के कर्मचारियों की राज्यव्यापी हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ा है।
एनएचएम कर्मचारी एनएचएम साझा मोर्चा के बैनर तले 26 जुलाई से हड़ताल पर हैं। सोमवार को सरकार की तरफ से उनकी मांगों को लेकर कोई आश्वासन नहीं दिए जाने पर एनएचएम कर्मचारियों ने हड़ताल चार दिन के लिए और बढ़ा दी है। एनएचएम कर्मचारी साझा मोर्चा के प्रदेश महासचिव हरिराज, प्रदेश महामंत्री जितेंद्र कुमार वत्स ने बताया कि सभी कर्मचारियों को नियमित किए जाने तक एनटीसी, ग्रेच्युटी, शिशु देखभाल अवकाश के अलावा हरियाणा सिविल सर्विस रूल 2016 में कवर किया जाए। उन्होंने बताया कि एनएचएम कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ प्रदान करने की सैद्धांतिक मंजूरी 2 नवम्बर 2021 सरकार ने दी गई है। जिसे आजतक लागू नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से 2022 तक एनएचएम कर्मचारियों के आंदोलन व हड़ताल की अवधि का वेतन ड्यूटी अवधि मानते हुए स्वास्थ्य विभाग के अन्य संगठनों की भांति जारी करने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने एनएचएम कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल सुविधा के दायरे में शामिल करने की है। एनएचएम के चिकित्सा अधिकारियों एवं विशेषज्ञों को सर्विस रूल्स का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि अगले चार दिन तक अगर सरकार की तरफ से उनकी मांगों के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई गई तो बैठक में फैसला लेकर संघर्ष को तेज किया जाएगा, तब तक प्रदेश के अस्पतालों में एनएचएम कर्मचारी डयूटी नहीं संभालेंगे।
(Udaipur Kiran) शर्मा कुमार सक्सैना