Bihar

नोटिस जारी होते ही सक्षमता परीक्षा के सैकड़ों मूल प्रवेश पत्र शिक्षा विभाग के कूड़े से हुआ बरामद

किशनगंज,29जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। नियोजित शिक्षकों को जिस दस्तावेज के आधार पर राज्यकर्मी का दर्जा मिलना है, वो दस्तावेज शिक्षा विभाग के कूड़े से बरामद हुआ। दरअसल, जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा के सैकड़ों मूल प्रवेश पत्र ग़ायब थे, जो रोलबाग स्थित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना वन के कार्यालय के पुराने भवन के कूड़े में पड़ा मिला। खोजबीन के क्रम में 550 से अधिक नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र बरामद हुआ।

गौर करे कि शिक्षा विभाग ने फरवरी 2024 में सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया था। परीक्षा में सफल हुए नियोजित शिक्षकों का मार्च माह में वेरिफिकेशन के दौरान जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना वन के कार्यालय में सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश पत्र बीआरसी के लिपिकों के माध्यम से जमा लिया गया था, जो जांच के बाद शिक्षकों को वापस किया जाना था।

यह प्रवेश पत्र इसलिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि इस दस्तावेज़ के माध्यम से नियोजित शिक्षकों का नये ज़िलों में पदस्थापन होगा और इसके बाद उनको राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा। 01 अगस्त से सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों के लिये जिले में काउंसिलिंग होना है। नियोजित शिक्षकों को काउंसिलिंग में मूल प्रमाण-पत्र के साथ सक्षमता परीक्षा का मूल प्रवेश-पत्र लाना भी अनिवार्य है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना वन कार्यालय में जमा शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा के मूल प्रवेश पत्रों को 20-22 जुलाई के बीच नियोजित शिक्षकों को वापस कर दिया गया लेकिन, ठाकुरगंज प्रखंड के शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा का प्रवेश पत्र वितरण नहीं किया गया, क्योंकि उनलोगों का प्रवेश पत्र कार्यालय से गायब था। इसके बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नूपुर कुमारी ने आनन-फानन में ठाकुरगंज प्रखंड संसाधन केंद्र के लेखा सहायक सुमित कुमार और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, स्थापना वन कार्यालय के लिपिक साकेत सुमन के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्यालय से गायब हुए प्रमाण-पत्रो को अविलंब उपलब्ध करवाने का आदेश दिया।

नोटिस में उन दोनों लिपिकों के विरुद्ध एफआईआर तक करवाने की धमकी दी गई। नोटिस के बाद काफी खोज बीन के बाद ठाकुरगंज प्रखंड के लगभग 700 शिक्षकों का साक्षमता परीक्षा का प्रवेश पत्र जिला शिक्षा पदाधिकारी के पुराने कार्यालय में संरक्षित था, परंतु कार्यालय इंटर हाई स्कूल में स्थानांतरित होने के समय (शायद मार्च में) प्रवेश पत्र रखने का स्थान परिवर्तित हो गया था, सारा प्रवेश पत्र ऐसे अलमारी में मिला जहां रद्दी कागज रखा हुआ था। बहरहाल सभी प्रवेश पत्र मिल चुका है। अब शिक्षकों को काउंसलिंग में कोई कठिनाई नहीं होगी। संबंधित सहायक से ऐसी उदासीनता के लिए स्पष्टीकरण पूछा गया है।

उक्त जानकारी डीपीआरओ किशनगंज कुंदन कुमार सिंह ने सोमवार को दी। गौर करे कि ठाकुरगंज के नियोजित शिक्षकों के लगभग 700 मूल प्रवेश प्रमाण पत्रों में से लगभग 630 प्रमाण-पत्र मिले हैं, जबकि 70 से अधिक प्रमाणपत्र गायब थे। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नूपुर कुमारी से पूछने पर उन्होंने कहा कि एक प्रखंड का फ़ाइल कार्यालय से गायब था जब उनके द्वारा नोटिस जारी किया गया तो फ़ाइल मिल गया। उन्होंने कहा कि फिलहाल शिक्षकों को उसका प्रमाण-पत्र वितरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लापरवाह क्लर्क के खिलाफ नोटिस भी जारी किया गया है, आगे जो भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी की जायेगी।

(Udaipur Kiran) / धर्मेन्द्र सिंह / चंदा कुमारी

Most Popular

To Top