जयपुर, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । गायत्री चेतना केन्द्र, मुरलीपुरा और गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को न्यू कॉलोनी मुरलीपुरा के श्री भौमियांजी महाराज मंदिर में सात कुंडीय गौरक्षार्थ-पर्यावरण संरक्षार्थ गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। मंदिर महंत राम देव महाराज और मनु महाराज के सानिध्य में आयोजित यज्ञ में करीब 200 श्रद्धालुओं ने गौ रक्षा, पर्यावरण की सुरक्षा के लिए यज्ञ भगवान को आहुति दी। गायत्री शक्ति पीठ ब्रह्मपुरी के गायत्री प्रसाद और गायत्री चेतना केंद्र मुरलीपुरा के उमाशंकर खंडेलवाल ने देव पूजन के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं से विश्व कल्याण की कामना के साथ गायत्री और महामृत्युंजय मंत्र से आहुतियां अर्पित कारवाई। व्यास पीठ से गायत्री प्रसाद ने कहा कि गायत्री महामंत्र का नियमित रूप से जप करने से बुद्धि निर्मल होती है। यज्ञ सत्कर्म का प्रतीक है। हमें अपने साधन, श्रम,धन, संपदा, प्रभाव, ज्ञान का अधिक से अधिक उपयोग पीड़ित लोगों को ऊपर उठाने के लिए करना चाहिए। यही वास्तविक यज्ञ है। संस्कृति चिल्ड्रेन अकेदमी के विद्यार्थियों ने सरस्वती गायत्री मंत्र से विशेष आहुतियां अर्पित की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विद्याधर भाग के भाग कार्यवाह अशोक दीक्षित ने परिवार में मंगल संवाद, भारतीय खानपान, भाषा,बोली पर जोर दिया। हिंदू जागरण मंच के प्रताप भानु सिंह शेखावत ने जल , जंगल और जीवन बचाने के सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का आह्वान किया। गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़ के ट्रस्टी प्रह्लाद शर्मा ने 30 सितंबर से 03 अक्टूबर को कालवाड़ शक्ति पीठ की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने का आह्वान किया।
हिंदू जागरण मंच के सोशल मीडिया प्रमुख आयुष कुमार, विद्याधर भाग पर्यावरण प्रमुख महेश स्वामी कार्यक्रम विशेष रूप से उपस्थित रहे। आए गए सभी अतिथियों का श्री भोमिया जी महाराज सेवा समिति के अध्यक्ष विक्रम सिंह रुंडल, सचिव सुरेश कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष महेंद्र कुमार टेलर, समिति कार्यकर्ता बद्री प्रसाद यादव, कमलेश बंसल, सत्यवीर सिंह जोधा, विक्रम सिंह सिसोदिया, पहलासा यादव, संतोष कुमार शर्मा, महेंद्र कुमार पारीक ने स्वागत किया। गायत्री परिवार का आयोजन कई मायनों में अनूठा रहा। देव पूजन के दौरान बकायदा पौधों का पूजन किया गया। अखिल भारतीय गौशाला सहयोग परिषद के संयोजक डॉ अतुल गुप्ता ने बड़, पीपल, गुलमोहर, मीठा नीम, जामुन, शीशम , शहतूत के 100 पौधे श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में भेंट किए। हवन की पूर्णाहुति के दौरान लोगों खासकर बच्चों से यह संकल्प कराया गया कि वे मोबाइल का सीमित उपयोग करेंगे।
(Udaipur Kiran)