जींद, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत लगे कर्मियों की हडताल रविवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गई। भी जारी रही। कर्मियों ने सीएमओ कार्यालय के सामने काम छोड़ कर धरना दिया और सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। धरने की अध्यक्षता आरबीएसके डा. अमित अलेवा द्वारा की गई और संचालन जिलाध्यक्ष गौरव सहगल ने किया। धरना स्थल पर धरने को विभिन कर्मचारी संगठनों ने समर्थन दिया।
पवन चहल, सुमित, अनीता, कृष्णा, रीना, सुनीता, कुलदीप आर्य, कमलेश ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी पिछले काफी सालों से स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक मांगें पूरी नही होती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। एनएचएम कर्मियों की हडताल के चलते पिछले तीन दिन से लेबर रूम, नर्सरी, केएमसी यूनिट, रैफरल ट्रांसपोर्ट, मेंटल हैल्थ, स्कूल हैल्थ (आरबीएसके) व आरकेएसके, एनसीडी, एनआरसी, टीबी विभाग, आयुष विभाग, एनएचएम कार्यालय, पीपी सेंटर, सभी सीएचओ व रिपोटिंग के कार्य शामिल रहे। उन्होंने मांग की कि एनएचएम कर्मचारियों को पक्का किया जाए। सांतवें वेतनमान का लाभ दिया जाए तथा सर्विस रूल के साथ कोई छेड़छाड़ न की जाए। एनएचएम कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल सुविधा प्रदान की जाए। एलटीसी, ग्रेजुटी व एक्सग्रेशिया का लाभ दिया जाए।
एनएचएम कर्मचारियों को सेवा अनुसार ईएल, स्टडी लीव, टयुशन फीस का लाभ दिया जाए। आयुषमान भारत योजना के तहत सीएचओ कैडर की एसओपी को लागू किया जाए तथा साथ ही बॉड प्रथा को समाप्त किया जाए। एनएचएम कर्मचारियों को एचआर की एवज में नियमानुसार स्वास्थ्य विभाग में क्र्वाटर अलॉट किया जाए। एनएचएम कर्मचारियों को ट्रांसफर सुविधा दी जाए जोकि कुछ समय पहले ली गई है। वर्ष 2017 से 2024 तक कर्मचारियों द्वारा दी गई हडताल अवधि का वेतन प्रदान किया जाए व समय अवधि को सेवा अवधि में गणना की जाए। एनएचएम कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा / SANJEEV SHARMA