लखीमपुर खीरी, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी जैसी जानलेवा बीमारी की जांच और इलाज के लिए अब आपको लखनऊ का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। सीएमएस डॉ आरके कोली के प्रयासों के बाद अब न सिर्फ जांच बल्कि दवाएं भी जिला चिकित्सालय में निशुल्क उपलब्ध होंगी। जिसकी शुरुआत शनिवार को विश्व हेपेटाइटिस दिवस से हो गई है। पहले दिन ही 120 से अधिक लोगों ने अपनी जांच कराई है।
सीएमएस डॉ आरके कोली ने बताया कि उनके चार्ज संभालने के बाद से कई ऐसे मामले प्रकाश में आए जिसमें हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी के मरीजों को जिला अस्पताल से दवाएं नहीं मिल पा रही थीं। वहीं नए मरीजों की पहचान के लिए भी एलीज़ा जांच की व्यवस्था नहीं थी। मरीजों की समस्याओं को देखते हुए उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात की और फिर पत्राचार किया।
उन्होंने कहा कि विश्व हेपेटाइटिस दिवस से न सिर्फ हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी जैसी जानलेवा बीमारी की जांच शुरू हो गई है बल्कि दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। पहली रैपिड किट जांच पॉजिटिव आने के बाद दूसरी एलीज़ा (वाइरल लोड) जांच भी जिला चिकित्सालय में की जाएगी। वहीं दूसरी जांच पॉजिटिव आने के बाद मरीज को जिला अस्पताल से ही चिकित्सकीय देखरेख में दवाएं उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे उनका बेहतर उपचार हो पाएगा और उन्हें लखनऊ के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे।
विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर परामर्श एवं जांच शिविर का आयोजन भी किया गया। जिसमें 120 से अधिक लोगों ने अपनी जांच कराई। जांच लैब टेक्नीशियन अमन मल्होत्रा के द्वारा की गई। इस दौरान फिजिशियन शिशिर पांडे, जिरियाट्रिक फिजिशियन शिखर बाजपेई, मैट्रन रजनी मसीह, स्टाफ नर्स नीरज कुमार व पंकज शुक्ला आदि मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव / शरद चंद्र बाजपेयी / राजेश