जगदलपुर, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । बस्तर संभाग के नक्सल प्रभावित इलाकाें में नक्सलियों द्वारा 28 जुलाई से 3 अगस्त तक मारे गये अपने साथी नक्सलियाें की स्मृति में शहीदी सप्ताह मनाने का आह्वान किया है।
नक्सलियों के उक्त आह्वान के बाद सुरक्षाबल एवं पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं। बस्तर संभाग में हो रहे लगातार बारिश के बावजूद अंदरूनी इलाकों में नक्सलियाें के विरूद्ध जवानों का अभियान जारी है, इसमें जवानों को सफलता भी मिली है।
नक्सली अपने मारे गये सथियाें की स्मृति में शहीदी सप्ताह के दाैरान अंदरूनी इलाकों में बैनर पोस्टर लगाकर दहशत फैलाने, निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आगजनी और मुखबिरी करने का आरोप लगाकर नक्सली ग्रामीणों की हत्या की साजिश रचते रहे हैं।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी.ने नक्सलियों के कथित शहीदी सप्ताह को देखते हुए बस्तर संभाग के सातों जिलों के एसपी को नक्सल प्रभावित इलाकों के पुलिस कैंप, थाना और चौकी को अलर्ट में रहने के निर्देश दिए गए है।
आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि इस साल नक्सलियों को बस्तर में काफी नुकसान उठाना पड़ा है। कुछ सालों से नक्सली बस्तर में बैकफुट पर हैं। बीते 6 महीने के नक्सल अभियान में 140 से ज्यादा नक्सली अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए हैं, जबकि 250 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 200 से अधिक नक्सलियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता हासिल हुई है। नक्सलियों के इस बंद को देखते हुए पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने बताया कि बंद के दौरान नक्सली किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं, लेकिन बस्तर में तैनात जवान नक्सलियों के इस नापाक मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं। आईजी ने कहा कि नक्सलियों के बंद को देखते हुए लोगों के जान-माल की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है। ऐसे में अंदरूनी नक्सल प्रभावित इलाकाें में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किया गया है। सीमावर्ती इलाकों में भी पुलिस के जवान एमसीपी लगाकर वाहनो की जांच कर रहें हैं।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / राकेश पांडे / गायत्री प्रसाद धीवर