Uttar Pradesh

मण्डल के राजकीय इण्टर कालेजों की पढ़ाई पर रहेगी ऑनलाइन नजर

उद्घाटन

-माध्यमिक शिक्षा निदेशक एवं जेडी ने किया शुभारम्भ

-सभी जीआईसी की माॅनिटरिंग शीघ्र प्रदेश मुख्यालय से होगी : डॉ महेंद्र देव

-बेहतर शिक्षण पर दिया जा रहा जोर : दिब्यकान्त शुक्ल

प्रयागराज, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । माध्यमिक शिक्षा परिषद परिषद (यूपी बोर्ड) से जुड़े राजकीय इंटर कॉलेजों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और शैक्षिक गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए प्रयागराज मंडल के राजकीय इण्टर कालेजों (जीआईसी) की ऑनलाइन मानीटरिंग के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत हो गई है। इसकी शुरुआत माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव और संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रयागराज मंडल दिब्यकांत शुक्ल ने शनिवार को संयुक्त रूप से किया।

प्रयागराज मंडल के 150 राजकीय इंटर कॉलेज की शैक्षिक गतिविधियों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में मॉडर्न कंट्रोल रूम बनाया गया है। कंट्रोल रूम से मंडल के चार जिलों प्रयागराज, प्रतापगढ़, फतेहपुर और कौशाम्बी के 150 राजकीय इंटर कॉलेज की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की शुरुआत की गई है। इसमें प्रयागराज के 35, कौशाम्बी के 25, फतेहपुर के 47 और प्रतापगढ़ के 43 राजकीय इंटर कॉलेज की मॉनिटरिंग की जा रही है।

संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम से सीधे इन स्कूलों के क्लासरूम की मॉनिटरिंग हो रही है। इससे यह पता चलेगा कि स्कूलों में शिक्षक पढ़ाई करा रहे हैं या नहीं। इसके साथ ही स्कूलों में चल रही अन्य गतिविधियों का भी पता चल सकेगा। शिक्षाधिकारी अब तकनीक का प्रयोग कर बगैर फिजिकल विजिट किए स्कूलों की मॉनिटरिंग कर सकेंगे।

इस मौके पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ महेंद्र देव ने कहा है कि राजकीय इंटर कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चे मेधावी हैं। इन्हें बस सही गाइडेंस की जरूरत है। किसी कौशल की कमी न हो, इसका प्रयास हो रहा है। इसी उद्देश्य से इस ऑनलाइन मॉनिटरिंग की व्यवस्था शुरू की गई है। इसमें अभिभावकों और शिक्षकों के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रिटायर्ड शिक्षकों से भी आह्वान करेंगे कि वह हमारे स्कूलों में आकर पढाएं। प्रयागराज मंडल में जो प्रयास किया गया है यह सराहनीय है। इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की तैयारी होगी। उन्होंने कहा कि इसका फ़ीड बैक भी लेंगे। प्रयास यह है कि हमारे सभी विद्यालय कैमरे के सामने हों। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2300 राजकीय इंटर कालेज हैं। दिसम्बर तक सभी राजकीय इंटर कॉलेजों को ऑनलाइन मॉनिटरिंग व्यवस्था से जोड़ा जाएगा।

संयुक्त शिक्षा निदेशक दिब्यकांत शुक्ल ने कहा कि दूसरे चरण में मंडल के ऐडेड स्कूलों और वित्तविहीन स्कूलों को भी इस अभियान में शीघ्र शामिल किया जाएगा जिससे मंडल के 360 ऐडेड स्कूल भी इससे जुड़ जाएंगे। इससे क्लासेज में पढ़ाई की ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा शिक्षा स्तर को और बेहतर बनाने के लिए ही क्लासेज की ऑनलाइन निगरानी की जा रही है।

यूपी बोर्ड के सचिव रहे दिब्यकान्त शुक्ल ने कहा कि इस प्रोजेक्ट की खास बात यह है कि इस अभियान में कोई अतिरिक्त खर्च नहीं आया है। यूपी बोर्ड की तरफ से बोर्ड परीक्षा के दौरान निगरानी के लिए स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए थे। उन्हीं कैमरों की मदद से परीक्षा के दौरान क्लासेज की निगरानी की जाती थी। अब उन्हीं कैमरों की मदद से कक्षाओं में हो रही पढ़ाई की भी ऑनलाइन निगरानी की जा रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसके प्रयोग से माध्यमिक स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में निश्चित और सुधार आएगा।

उधर उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के संरक्षक डॉ हरिप्रकाश यादव ने ऑनलाइन राजकीय इण्टर कालेजों की मानिटरिंग पर जेडी दिब्यकान्त शुक्ल को बुके देकर स्वागत किया। कहा कि यूपी बोर्ड के सचिव रहते श्री शुक्ल ने परीक्षा को पारदर्शी तरीके से नकलविहीन सम्पन्न कराकर शीघ्र रिजल्ट घोषित कर नया रिकार्ड बनाया है।

(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र / Siyaram Pandey

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