-महापौर ने मुख्य अभियंता वी पार्षद गणों के साथ किया निरीक्षण
झांसी, 26 जुलाई (Udaipur Kiran) । वार्ड नंबर 39 में एक सड़क के दो भुगतान वाले आरोपों को गंभीरता से लेते हुए हरकत में आये नगर निगम के प्रतिनिधिमंडल ने महापौर के नेतृत्व में शुक्रवार की देर शाम करीब 2 घंटे तक सड़कों का निरीक्षण किया। पाया कि वार्ड नंबर 39 में तीन सड़क बनी हुई हैं, जिनमें से प्रत्येक की लंबाई 315 मीटर है और तीनों ही साढ़े 28 लाख की लागत से बनी है। आरोप निराधार हैं। सड़कें नियमानुसार गुणवत्ता युक्त तरीके से बनी हैं।
महापौर ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि वार्ड नंबर 39 में जो आरोप लगाए जा रहे थे कि एक सड़क के दो भुगतान हुए हैं, वे निराधार हैं। एस्टीमेट के अनुसार गुणवत्ता युक्त मानक के अनुरूप सड़कों का निर्माण हुआ है। पिछले दो दिनों से वार्ड संख्या 39 में एक सड़क के दो भुगतान की खबर को लेकर नगर निगम में हड़कंप मचा हुआ था। विपक्ष भी हमलावर हो गया था। इसको देखते हुए शुक्रवार की शाम महापौर बिहारी लाल आर्य के नेतृत्व में मुख्य अभियंता राजवीर सिंह व पाषर्दगण लखन कुशवाहा व शशिकांत आदि की एक टीम वार्ड नंबर 39 की सड़कों को देखने पहुंची थी। करीब 2 घंटे तक किए गए निरीक्षण के दौरान महापौर बिहारी लाल आर्य ने यह पाया कि तीन सड़कें वार्ड 39 में बनी हुई है। उन तीनों में से प्रत्येक की लागत साढ़े 28 लाख रुपए हैं। तीनों को एस्टीमेट के अनुसार पूरी गुणवत्ता युक्त तरीके से मानक के अनुरूप बनाया गया है। नालियां भी बनाई गई हैं। कोई भी कमी निरीक्षण के दौरान नहीं पाई गई। यहां तक कि एस्टीमेट में जिन-जिन लोगों के मकान का विवरण दिया गया है, वह सभी भी यथा स्थान पर पाए गए।
उन्होंने कहा कि एक सड़क आरईएस द्वारा 6.46 लाख की लागत से बनवाई गई है जो इन तीनों सड़कों से करीब एक डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर हैं और इन तीनों से छोटी भी। आरोप निराधार है।
(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया / मोहित वर्मा