कानपुर, 26 जुलाई (Udaipur Kiran) । लाइलाज बीमारी फाइलेरिया से बचाने के लिए दस अगस्त से सर्वजन दवा सेवन अभियान शुरू किया जाएगा। कानपुर नगर में लगभग 37 से अधिक लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे कवर करने के लिए कुल 2980 टीमें गठित की गई है। यह जानकारी शुक्रवार को बोर्न डिजीज कंट्रोल के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ आरपी मिश्रा ने दी।
उन्होंने बताया कि दो वर्ष से कम, गर्भवती महिला एवं अति गंभीर बीमार लोगों को छोड़कर सभी को दवा सेवन कराने का लक्ष्य रखा गया है। यह अभियान 10 अगस्त से शुरू होकर 2 सितम्बर तक चलेगा। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शुक्रवार को जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने सभी विभागों की अन्तर विभागीय बैठक करके सफल बनाने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी ने इस अभियान दौरान किसी विभाग के स्तर से लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा की अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग सहयोग से समस्त सरकारी विभागों जैसे कलक्ट्रेट, विकास भवन, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण, यूपीआरएलएम आदि में बूथ लगवाकर लोगों को दवा सेवन करांए। इसके साथ ही कहा कि आशा बहु व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अभियान से पहले ही बीमारी की भयावहता के बारे में लोगों से चर्चा करें और अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता के साथ सक्रिय भूमिका निभाते हुए दवा का सेवन करवाएं। जिलाधिकारी ने अपील की कि मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया की दवा खाकर स्वयं को फाइलेरिया से सुरक्षित एवं कानपुर जनपद को फाइलेरिया से मुक्त बनाएं।
डॉ आरपी मिश्रा ने बताया कि अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्र के 19,70,552 और शहरी क्षेत्र के 17,54,195 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। बताया कि प्रबंधन के जरिये लिम्फोडिमा को नियंत्रित किया जा सकता है लेकिन पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है । लाइलाज बीमारी फाइलेरिया (हाथीपांव) से बचने के लिए तीन साल तक लगातार साल में एक बार बचाव की दवा का सेवन जरूरी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के जोनल कोआर्डीनेटर डॉ राहुल ने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन से बताया कि एक से दो वर्ष के बीच के बच्चों को सिर्फ पेट के कीड़े मारने की दवा दी जाएगी। अभियान 10 से 2 सितम्बर तक सोमवार, मंगलवार, गुरूवार और शुक्रवार को चलेगा । किसी को भी खाली पेट दवा नहीं खिलाई जाएगी। इसी वजह से अभियान का समय सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक रखा गया है । प्रत्येक दिन खिलाई गई दवा का विवरण ई कवच पोर्टल पर फीड करना अनिवार्य है। इस बार समस्त दस ब्लॉकों के साथ जिले में शहरी क्षेत्र के पाँच प्लानिंग यूनिट में यह अभियान चलेगा। पहली बार अभियान की टीम में एक पुरुष सदस्य भी रखा जाएगा ताकि हाथीपांव और हाइड्रोसील के नये पुरूष मरीजों की भी आसानी से पहचान की जा सके। इसके लिए 2980 टीम बनाई गई हैं । प्रत्येक टीम को एक दिन में 25 घर का भ्रमण कर कम से कम 125 लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलानी होगी।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल / बृजनंदन यादव