गाजियाबाद, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । विजय नगर पुलिस ने गुरुवार को दो साल पहले महिला की अपहरण के बाद हत्या के मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में महिला के पति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि महिला की हत्या उसी के पति ने ही भाड़े के हत्यारों से सुपारी देकर कराई थी। पति ने ही महिला की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
एसीपी ने बताया कि मिर्जापुर निवासी इंतज़ार की पत्नी फिरदौस दो साल पहले अपने घर से अपनी बेटी को स्कूल छोडने गयी थी,लेकिन घर लौटकर वापस नहीं आयी जिसके सम्बंध में उसके पति इन्तजार नें थाना विजयनगर पर दो नवम्बर को गुमशुदगी दर्ज करायी थी । तभी से गुमशुदा फिरदौस का कोई पता नहीं चला था। गुमशुदगी के सम्बंध में क्राइम ब्रांच ने गहनता से छानबीन की तो घटना में संदिग्धता मिली। विवेचना की कड़ी मृतका की बेटी फिजा से पूछताछ की गयी तो उसने इस गुमशुदगी के रहस्य से पर्दा उठाते थाना विजयनगर पर अपने मां के अपहरण व हत्या के मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
उसने बताया कि मेरे पिता व हमारा चचेरा भाई शादाब अक्सर हमारे साथ मारपीट करते रहते थे तथा मेरी व मेरी माँ पर गन्दी नजर रखते थे। जिसका मेरी माँ व हम लोग विरोध करते थे । मेरी माँ ने मेरे पिता द्वारा खर्च न देने व मारपीट का कोर्ट मे भी मुकदमा किया हुआ था जिससे मेरे पिता बहुत नाराज रहते थे और मेरी माँ व हम भाई-बहनों के साथ अक्सर मारपीट करते हुए मुकदमे वापस लेने को कहते थे। एक नवम्बर 2021 को मेरी माँ मेरी छोटी बहन हुमैरा आयत को उसके स्कूल उमा मॉडर्न पब्लिक स्कूल में छोड़ने के लिए सुबह 7.30 से 8.00 के बीच गयी थी वह स्कूल पैदल छोड़ने जाती थी। मेरे पिता सबसे कहते थे कि फिरदौस किसी के साथ भाग गयी। मेरी माँ के गायब होने के कुछ समय बाद एक दिन मैंने शादाब व अपने पिता को आपस मे बात करते सुना था कि उन्होने गाँव के ही सोनू, परवेज, जेपी उर्फ अरशद, नौशाद और सलीम को पैसे देकर फिरदौस को उठवाकर मरवा दिया और ऐसी जगह लाश ले जाकर फिकवायी है कि कोई ढूंढ नहीं सकता। प्लॉट बेचकर इन लोगों को पैसा दिया। मैंने यह बात अपनी बहन को भी बतायी थी वह और ज्यादा डर गयी थी। उसने मुझसे कहा कि यह बात किसी से नहीं कहना। अगर यह बात हमारे मुँह से निकली तो ये लोग हमें भी मारकर गायब कर देंगे । उसके बाद हम लोग डर कर घुट-घुट कर जी रहे थे। इसी डर से हम दोनों बहनों ने अपनी-अपनी मर्जी से शादी किया व उस घर से निकल गये जिससे कि हमारी भी हत्या न हो जाये। इसके बाद पुलिस ने महिला के पति इंतज़ार,हत्या को अंजाम देने में शामिल परवेज व शादाब को गिरफ्तार कर लिया।
इन्तजार उर्फ इन्तु ने बताया कि वह वेल्डिंग का काम करता है, करीब 24 साल पहले इन्तजार की शादी फिरदौस से हुई थी, जिससे उसे 05 बच्चे (03 लड़की व 02 लड़के) हैं। शादी के बाद से ही इन्तजार व उसके परिवार का फिरदौस के साथ किसी न किसी बात को लेकर आपस में इगड़ा होता रहता था। फिरदौस ने इन्तजार व उसके परिवार पर मुकदमे लिखवा दिये। मुकदमे की कोर्ट मे सुनवाई भी चल रही थी। वह खर्चे के लिए ज्यादा पैसे माँगती रहती थी । फिरदौस ने इन्जतार के भाइयों व उसके भतीजे शादाब के विरुद्ध भी मुकदमा डाल दिया था जिसके कारण ये लोग काफी परेशान थे । मुकदमों के कारण इन्तजार ने अपना प्लॉट भी बेच दिया था । इन्तजार ने अपने भतीजे शादाब के साथ मिलकर अपनी पत्नी फिरदौस को मारने की योजना बनायी थी। जिसमें शादाब ने अपने दोस्त सोनू उर्फ सोहेल से फिरदौस को मारने की बात की तो उसने हत्या के बदले 5 लाख रुपये माँगे । सोनू उर्फ सोहेल अपने साथियों परवेज नौशाद, अरशद उर्फ जेपी,तौसीन व सलीम निवासी मिर्जापुर विजयनगर गाजियाबाद को लेकर इन्तजार व नौशाद के पास आया और हत्या के सम्बन्ध में पूरी बात होने के बाद 4 लाख रुपये फिरदौस को मारने से पहले दे दिये । योजना के तहत फिरदौस का अपहरण कर लिया और रास्ते में ही गाड़ी की सीट बेल्ट से गला दबाकर इन चारों ने फिरदौस की हत्या कर दी और उसके शव को ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेस वे हाइवे से रूस्तमपुर की तरफ जाने वाले रास्ते पर एक सूखे पडे़ नाले में ले जाकर डाल दिया था।
(Udaipur Kiran) / फरमान अली / Siyaram Pandey