Haryana

गुरुग्राम: दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधिमंडल ने पॉली ग्रीन हाउस का किया दौरा

फोटो नंबर-02: गुरुग्राम में उद्यान विभाग के  पॉली ग्रीन हाउस में तैयार हो रहे पौधों की जानकारी लेते दक्षिण अफ्रीका से आए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य।

-बागवानी से जुड़ी उन्नत तकनीकियों का अध्ययन करने के लिए पहुंचा प्रतिनिधिमंडल

गुरुग्राम, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । हरियाणा खेलों, इंजीनियरिंग, विज्ञान के क्षेत्र में ही विदेशों में धूम नहीं मचा रहा, बल्कि बागवानी फसलों के माध्यम से भी हरियाणा की विदेशों में धाक है। इसी को देखने के लिए गुरुवार को यहां इंडिया मिलेट मिशन के तहत दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। सदस्यों ने यहां उद्यान विभाग के पॉली ग्रीन हाउस में सब्सिडी के तहत तैयार की जा रही किसानों की विभिन्न फसलों के पौधों की जानकारी ली।

विदेशियों की निगाह में यहां के पॉली ग्रीन हाउस से यह साबित हो जाता है कि हरियाणा प्रदेश में बागवानी क्षेत्र में कम लागत के साथ अधिक उत्पादन व उन्नत तकनीक के साथ जोखिम मुक्त फसलों में कितना सफल हो रहा है। यह भ्रमण कार्यक्रम कृषि व किसान कल्याण विभाग और बागवानी विभाग की तरफ से संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। बागवानी विभाग के उपनिदेशक दीपक कुमार ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका से आए प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व प्रो. विवीयन ओजांग ने किया। उनके साथ डॉ. माया, प्रो. योंहा शेल्टी, डॉ. तेज व प्रो. हासन काया शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल को उपनिदेशक दीपक कुमार ने बताया कि उद्यान विभाग हरियाणा की तरफ से किसानों को अच्छी गुणवत्ता की पौध देने के उद्देश्य से उन्नत तकनीक के आधार पर एक हाईटेक पॉली ग्रीन हाउस के माध्यम से कम लागत व अनुदान राशि देकर किसानों को उच्च गुणवत्ता की मिट्टी रहित पौध तैयार करके दी जा रही है। हाईटेक नर्सरी में किसानों से बेल वाली सब्जियों के पौध उत्पादन के लिए उस पर लगने वाली लागत एक रुपये बीस पैसा प्रति पौधा व अन्य सब्जियों के लिए एक रुपया चालीस पैसा उत्पादन खर्च लिया जाता है।

नर्सरी में पौध तैयार करने की प्रक्रिया में दिखाई रुचि

प्रतिनिधिमंडल ने नर्सरी में पौध तैयार करने की प्रक्रिया में रुचि दिखाते हुए इसकी बारीकियों को भी समझा। जिसकी जानकारी देते हुए नर्सरी एक्सपर्ट डॉ. नीरू ने बताया कि किसानों से प्राप्त बीजों को कोकोपिट, पर्लाइट और वर्मीकुलाइट के निर्धारित अनुपात मिश्रण में एक प्रोट्रे में रोपित किया जाता है। इसके उपरांत संबंधित बीज की पौध तैयार होने की एक निश्चित अवधि तक हाईटेक नर्सरी में निर्धारित तापमान पर उसकी देखरेख की जाती है। नर्सरी में तैयार इन उच्च गुणवत्ता वाली पौध कारण किसानों का दवाई व स्प्रे का पैसा भी बचता है और फसल भी अच्छी होती है। वहीं नर्सरी में तैयार करवाने से किसान का बीज भी कम लगता है। इस अवसर पर कृषि विभाग के उपनिदेशक वीरेंद्र, कृषि विभाग के एसडीओ डॉ. देवेंद्र, डीएचओ नेहा यादव, एसएमएस सोनू यादव, एचडीओ पुष्पेंद्र उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) हरियाणा / SANJEEV SHARMA

Most Popular

To Top