Haryana

जींद: नम आंखों के बीच सम्मान के साथ ले जाया गया फौजी सुधीर का पार्थिव शरीर

सुधीर के पार्थिव शरीर को नागरिक अस्पताल से ले जाते हुए परिजन व सेना के जवान।

जींद, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । गांव बुढ़ाखेड़ा के पास घटित हुए हादसे में जहां फौजी सुधीर का देहांत हो गया था। मंगलवार काे उनकी पीजीआई रोहतक रेफर की गई छह वर्षीय बेटी बिंदू का भी रात को देहांत हो गया। बुधवार सुबह ही गांव लखमीरवाला (जींद) से सुधीर के परिजन नागरिक अस्पताल सफीदों पहुंच गए थे। वहीं सेना की टुकड़ी भी अस्पताल में पहुंच गई थी।

पुलिस ने सेना के जवान सुधीर के शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया। सेना की टुकड़ी ने सुधीर के पार्थिव शरीर पर तिरंगा लपेटा। उसके बाद नम आंखों से सेना के जवान व परिवार के लोग सुधीर के पार्थिव शरीर को लेकर गांव की ओर रवाना हो गए। अस्पताल परिसर में पिता सूरजभान सहित परिजनों व रिश्तेदारों की आंखे काफी नम थी। उनके दुख में इजाफा उस वक्त ओर अधिक हो गया जब सुधीर की बेटी बिंदू के देहांत की खबर उन्हे प्राप्त हुई।

गौरतलब है कि सफीदों-जींद सड़क मार्ग पर स्थित गांव बुढ़ाखेड़ा के पैट्रोल पंप के पास दो बाईकों की आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई। इस टक्कर में भूपेंद्र (22) निवासी गांव मुआना व सुधीर (37) निवासी लखमीरवाला (जींद) की मृत्यू हो गई थी तथा मनदीप (23) निवासी गांव मुआना व बिंदू (6) निवासी लखमीरवाला (जींद) को गंभीर रूप से घायल हो गए थे। नागरिक अस्पताल से मनदीप निवासी गांव मुआना व बिंदू (6) निवासी लखमीरवाला (जींद) को पीजीआई रोहतक रैफर कर दिया गया था। जिसमें से बिंदू की मृत्यु हो चुकी है।

नागरिक अस्पताल में पिता सूरजभान ने बताया कि सुधीर फौज में पिछले 15 साल से तैनात था और उसकी तैनाती रूडकी (उत्तराखंड) में थी। अभी वह 10 दिन पहले ही छुट्टी पर आया था। छुट्टियां कम होने के कारण वह चाहता था कि वह अपनी बुआ से मिल आए। इसी विचार के चलते वह बाईक पर अपनी बेटी बिंदू को बैठा कर सफीदों की आदर्श कालोनी में रहने वाली अपनी बुआ के यहां कोथली देने के लिए आ रहा था और रास्ते में यह हादसा हो गया। वह अपनी बहन के पास भी जाना चाहता था, लेकिन बहन से मिलने से पहले ही वह इस दुनिया में नहीं रहा।

फौजी सुधीर का परिवार संघर्षों के बीच जी रहा है। सुधीर के दो बेटे हैं लेकिन वे दोनों भी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। सुधीर का बड़ा बेटा ब्लड़ कैंसर तथा छोटा बेटा हड्डी की बड़ी बीमारी से ग्रस्त है। छोटे बेटे का हाल ही में आप्रेशन भी हुआ है। अब इन दोनों बच्चों के सिर से पिता का तो साया उठ गया है ।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा / सुमन भारद्वाज / SANJEEV SHARMA

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