भीलवाड़ा, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया थाने के थानाधिकारी और कई अन्य पुलिसकर्मियों पर अनधिकृत रूप से जबरन घर में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया गया है। इस घटना के विरोध में पीड़ित महिलाओं ने जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) को ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग की है।
पुलिस अधीक्षक को दिये ज्ञापन के अनुसार, यह घटना 20 जुलाई की रात करीब 3 बजे हुई, जब यह परिवार अपने घर में सो रहा था। इस दौरान, चार गाड़ियों में सवार होकर बिजोलिया थाना प्रभारी, कांस्या चाैकी प्रभारी, कांस्टेबल और अन्य पुलिसकर्मी जबरन घर में घुस आए। उन्होंने घर में तोड़फोड़ की और महिलाओं के साथ बेरहमी से मारपीट की।
पीड़ित महिलाओं में से एक, पार्वती देवी ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ इतनी बुरी तरह मारपीट की कि उनका हाथ टूट गया। साथ ही, सोहनी कंजर और सरिता के साथ भी पुलिस ने बेहरहमी से मारपीट की। पुलिस की इस कार्रवाई में पार्वती देवी का बेटा और ससुर करण कंजर भी घायल हो गए। करण कंजर और उनके बेटे को भी पुलिस जबरन अपने साथ ले गई।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने गिरधारी कंजर की एचएफ डीलक्स बाइक, रामस्वरूप का ट्रैक्टर, एक अन्य बाइक, रामविलास की बाइक, मोबाइल फोन, और राकेश, विष्णु और लीला कंजर की बाइक जबरन अपने कब्जे में ले ली। इसके साथ ही, पुलिस ने घर से 30 हजार रुपये की नकदी भी जब्त की।
पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि पुलिस अक्सर चोरी के मामलों में कंजर समाज को निशाना बनाती है। वे आरोप लगाते हैं कि पुलिस की इस तरह की कार्रवाइयां समाज के लोगों को मुख्यधारा में आने से रोकती हैं और उन्हें पुनः अपराध की दलदल में धकेल देती हैं। पीड़ित पक्ष ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है।
पीड़ित महिलाओं ने इस घटना की शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर की है। उन्होंने पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और न्याय की गुहार लगाई है। ज्ञापन में उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा मिले।
जिला पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
(Udaipur Kiran) / मूलचंद पेसवानी / संदीप