HEADLINES

श्रमिक कल्याण के साथ राष्ट्र हित और राष्ट्र का वैभव बढ़ाने का संकल्प जरूरी : होसबाले

श्रमिक कल्याण के साथ राष्ट्र हित और राष्ट्र का वैभव बढ़ाने का संकल्प जरूरी : होसबोले
श्रमिक कल्याण के साथ राष्ट्र हित और राष्ट्र का वैभव बढ़ाने का संकल्प जरूरी : होसबोले

– भारतीय मजदूर संघ के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

भोपाल, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि मजदूरों के हितों के लिये किये गये कार्यों के लिये भारतीय मजदूर संघ का विश्व स्तर पर उल्लेखनीय योगदान रहा है। भारतीय मजदूर संघ (भामसं) की पहचान, त्याग, तपस्या और बलिदान है। 70 वर्ष की इसकी सफल यात्रा श्रमिक वर्ग में संगठन का का अनुपम उदाहरण है। आज इसकी स्थापना दिवस पर हम सभी को राष्ट्र और समाज के प्रति प्रतिबद्ध होकर अपने दायित्वों और अपनी भूमिका से राष्ट्र उत्थान के कार्यों का और मजबूती प्रदान करना है।

होसबाले मंगलवार को भोपाल के रवीन्द्र भवन सभागार में आयोजित भारतीय मजदूर संघ के स्थापना दिवस एवं संगठन के 70 वें वर्ष में प्रवेश के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल हुए। भामसं की 70 वर्ष की यात्रा पर प्रकाशित स्मारिका का विमोचन मुख्यमंत्री दत्तात्रेय होसबाले, डॉ. मोहन यादव और पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल ने किया।

समारोह में उपस्थित देश भर के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि संगठन की मान्यता के अनुसार सम्पूर्ण विश्व एक परिवार है। हम सभी संकल्पित है कि भारत के वैभव में वृद्धि और राष्ट्र हित के लिए समर्पित रहेंगे। भारत शक्तिशाली बनेगा पर दूसरों को कुचलने के लिए नहीं, दूसरों पर दादागीरी करने के लिए नहीं, बल्कि भारत उठेगा विश्व के अंधकार में दीपस्तंभ बनकर, विश्व में मानवता को दिशा देने के लिए।

संघ के सर कार्यवाह ने भारत के विकास के मॉडल पर भी विचार करने पर बल दिया । उन्होंने कहा कि हमें कृषि और कारखाने दोनों चाहिए। इसी दृष्टि से सर्वसमानवेशी विकास पथ पर हमें चलना होगा। इसके साथ ही नई पीढ़ी को ऐसे संस्कार मिलें नई पीढ़ी को श्रद्धा, स्नेह और सामंजस्य का महत्व समझ कर कार्य करने के लिये संस्कारित करें। जीवन में विज्ञान और अर्थ से बढ़कर वे जीवन संस्कार हैं जो अनुभवी लोगों के अनुभव से प्राप्त किए जा सकते हैं। बुद्धि, वाणी, चित और मन से बनी मनुष्य रूपी श्रेष्ठ कलाकृति का प्रकृति से भी सामंजस्य रहे, यह आवश्यक है।

समारोह में भामसं के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिरण्यमय पांड्या ने कहा कि 23 जुलाई, 1955 को संघ की स्थापना भोपाल में हुई थी। इसके संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी थे। आज संगठन ने श्रमिक कल्याण के क्षेत्र में विशेष स्थान बनाया है।

कार्यक्रम में स्व. ठेंगड़ी के साथ ही लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और शहीद चंद्रशेखर आजाद का उनकी जयंती पर स्मरण किया गया। स्वागत भाषण संजय सिंह ने दिया। कार्यक्रम में भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री रवींद्र हेमते, वरिष्ठ संघ प्रचारक वी. भागय्या, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, पर्यटन और संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री कृष्णा गौर, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, भोपाल की महापौर मालती राय, वरिष्ठ विचारक और सहित अनेक जन-प्रतिनिधि कार्यक्रम में उपस्थित हुए।

(Udaipur Kiran) तोमर / Jitendra Tiwari

Most Popular

To Top