रायपुर, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) ।विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने बस्तर संभाग में सेतु विभाग की तरफ से पुल निर्माण को लेकर सवाल पूछा। इसका जवाब देते हुए मंत्री अरुण साव ने कहा- साल 2020 से 2024 तक बस्तर संभाग में कुल 95 सेतु निर्माण कार्य स्वीकृत है। जिसमें बस्तर में 7, दंतेवाड़ा में 3, बीजापुर में 9, सुकमा में 11, कोंडागांव में 19, नारायणपुर में 9 और कांकेर में 37 सेतु निर्माण कार्य स्वीकृत है। जिसकी लागत 768.98 करोड़ रुपये की लागत वाले हैं।
सदन में आज कवासी लखमा के द्वारा पूछे गए प्रश्न को लेकर मंत्री अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच कहा सुनी हुई। कवासी लखमा के प्रश्न का जवाब देते हुए श्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पूरे बस्तर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।यह सुनकर भूपेश बघेल ने खड़े होकर कहा कि आप भाषण बढ़िया दे रहे हो। आप भाषण देकर चले जायेंगे तो काम कैसे होगा ,यह भाषण देने का समय नहीं है। मुख्यमंत्री की तारीफ़ कीजिये हमें दिक्कत नहीं है। सड़क पर सवाल है ,उसका जवाब दीजिये। साव ने कहा कि पुल निर्माण हो रहा है।सड़क का भी काम हो रहा है, जल्दी बन जाएगी। निर्माण रुकने और टेंडर फिर से करने का कारण पूछने पर मंत्री ने जवाब दिया कि ठेकेदार के काम में प्रगति नहीं है ,इसलिए फिर से टेंडर हो रहा है।
मंत्री ने बताया 25 काम है। एक काम जमीन की अनुपलब्धता में निरस्त किया गया है। सुकमा में 11 सेतु निर्माण कराया जा रहा है, 3 पर काम चल रहा है।कवासी लखमा ने पूछा जो काम निरस्त किया गया है उसका नाम बताएं।इस पर साव कुछ देर तक पन्ने पलटते रहे, कुछ देर बाद साय ने कहा सुकमा के मलकानगिरी में पावारास नाला, शबरी रिवर जमीन की अनुउपलब्थता के कारण निरस्त हुआ है।
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा / गेवेन्द्र प्रसाद पटेल