सहरसा, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) ।
जिले के कहरा निवासी अवकाश प्राप्त शिक्षक रामनाथ झा और स्व. कुसुम देवी के छोटे पुत्र बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट विश्व देव झा आज पंचतत्व में विलीन हो गए।शहीद का पार्थिव शरीर कहरा गांव पहुंचने पर लोगों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर विधायक डॉ आलोक रंजन ने भी पुष्प अर्पित कर नम आंखों से भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। सारा देश उनके निधन से मर्माहत है।उन्होंने शहीद के परिवार एवं बच्चों को सांत्वना देते हुए उनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना किया। ज्ञात हो कि बीएसएफ की असिस्टेंट कमांडेंट विश्वदेव झा गुजरात के अंतरराष्ट्रीय भारत-पाकिस्तान सीमा रेखा हरामिनाला क्षेत्र में ड्यूटी के दौरान शहीद हो जाने से परिजन सहित ग्रामीणों में अशोक की लहर व्याप्त हो गई।
परिजनों ने बताया कि विश्व देव झा अपने साथियों के साथ सीमा रेखा पर गश्त लगा रहे थे।काफी तेज धूप एवं गर्मी के कारण तीन जवान लू के चपेट में आ गए। जहां तीनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां विश्व देव झा एवं उत्तराखंड निवासी दयाल राम बीएसएफ जवान शहीद हो गए। इसके बाद बीएसएफ कार्यालय द्वारा बीएसएफ के अधिकारी और जवानों की सुरक्षा में विमान से पार्थिव शरीर को पटना लाया गया। वहीं सोमवार की सुबह उनका सैनिक सम्मान करते हुए अंतिम संस्कार किया गया।शहीद विश्वदेव झा के परिवार में पिता, भाई, बहन के साथ-साथ पत्नी भारती झा है जो अपने छोटे-छोटे एक पुत्र और एक पुत्री के साथ दिल्ली में रहकर रहती है। वही बच्चे पढ़ाई भी करते हैं।सभी दाह-संस्कार के दौरान मौजूद रहे।वही उनकी मनोदशा देख सभी की आंख नम थी।इस मौके पर बीएसएफ डीआईजी पुलिस अधीक्षक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) / अजय कुमार / गोविंद चौधरी