कानपुर, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के जंगलों से लेकर परिसर में बीते 10 दिनों से चहलकदमी कर रहा तेंदुआ वन विभाग की पकड़ से दूर है। इससे जहां परिसर में रह रहे लोगों में दहशत हैं ताे वहीं वन विभाग के लिए मुसीबत बना हुआ है। वन विभाग आईआईटी के जंगल में बराबर सर्च अभियान भी चला रहा है और पिंजड़े भी लगाए गये हैं, लेकिन तेंदुआ पिंजड़ा तक आता है, पर पिंजड़े से दूरी बना लेता है।
तेंदुए को पकड़ पाने के लिए अभी तक वन विभाग की सारी योजनाओं पर पानी फिर गया है, क्योंकि तेंदुए को पकड़ने के लिए जंगल में अभी तक दो पिंजड़े लगाए गए थे उसमें भी कामयाबी नहीं मिली। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार तेंदुआ पहले दिन तो पिंजड़े के पास भी आया इसके बाद फिर उसने अपनी जगह ही बदल दी। तेंदुए को पकड़ने के लिए अब वन विभाग दो और पिंजड़े लगाने पर विचार कर रहा है। इसके साथ ही ट्रेंकुलाइजर गन के जरिये भी तेंदुए को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने आईआईटी परिसर में रह रहे लोगों को सचेत किया किया कि 24 घंटे अलर्ट मोड़ पर रहें। खासकर के रात के अंधेरे में जो भी गार्ड लगे है उन्हें भी सतर्क किया गया है कि वह ज्यादा इधर-उधर अपना मूवमेन्ट न करें। हॉस्टल में रहने वालों लोगों को भी रात में निकलने पर रोक लगाई गई है। दिन में भी लोग निकल रहे हैं तो कई लोग एक साथ ग्रुप में निकले। अकेले निकलने से परहेज करें। कहीं पर रहे तो उकड़ू बनकर न बैठे खासकर रात के अंधेरे में, क्योंकि रात में तेंदुआ ऐसे में जानवर समझ कर अटैक कर सकता है।
जिला वन अधिकारी दिव्या ने सोमवार को बताया कि तेंदुए के रोज नए पद चिन्ह मिलने से एक बात तो साफ है कि वह अभी आईआईटी के परिसर में ही घूम रहा है। हमारी दो टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। तेंदुए को पकड़ने के लिए दो पिंजरे लगाए है, जिसमें बकरी को बांधा गया है। अब जिस जगह पर नए पद चिन्ह मिल रहे हैं वहां भी दो पिंजरे लगाएंगे, ताकि किसी एक में तो वो फंस सके।
(Udaipur Kiran) / अजय सिंह / मोहित वर्मा