कानपुर, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । मेडिकल काॅलेज सहित छह अस्पतालों का सोमवार को सर्वर ठप हो गया। इससे इन अस्पतालों की ओपीडी व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। पर्चा न बन पाने से मरीज डाक्टरों को नहीं दिखा पा रहे थे और परेशान दिखे। वहीं भीषण उमस भरी गर्मी में मरीजों में काफी नाराजगी भी दिखी।
उल्लेखनीय है कि ओपीडी के पर्चे सुबह सात बजे से ही बनने शुरु हो जाते हैं, लेकिन सोमवार को जैसे ही काउंटर खुला वैसे ही सर्वर बैठ गया जिसके चलते एक भी मरीज का पर्चा ओपीडी के लिए नहीं बनाया जा सका। भीषण उमस में काफी देर तक लाइन में खड़े तीमारदार परेशान हो गए। इसके बाद कर्मचारियों ने इसकी जानकारी ऊपर अधिकारियों को दी। अधिकारियों के कहने पर ओपीडी के लिए कर्मचारियों के हाथ से पर्चे बनाए गए। हैलट अस्पताल में सबसे ज्यादा भीड़ सोमवार के दिन ही देखी जाती है। इस दिन यहां पर दो हजार से ऊपर पर्चे बनाए जाते हैं, लेकिन सर्वर ठप हो जाने के कारण हाथ से पर्चे बनाए गए, जो की लगभग 1000 के आसपास ही बने। ऐसे में बहुत से मरीजों को बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ा। सुबह से ही लाइन में खड़े मरीजों का जब पर्चा नहीं बना तो वह मायूस हो गए। सर्वर न आने के कारण जांच कराने वाले लोगों की भी लंबी लाइन लग गई। कुछ लोग बिना जांच कराए ही वापस लौट गए तो कुछ लोगों ने निजी पैथोलॉजी में जाकर जांच कराई। ऐसे में बाहर जिलों से आए मरीजों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। ब्लड का सैंपल ना जमा होने के कारण मरीज मायूस हो गए। यही नहीं जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अलाव मेडिकल कालेज से सम्बद्ध पांच और अस्पतालों का सर्वर ठप रहा, जिससे वहां भी हाथ से पर्चे बनाए गये। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सिंह का कहना है कि रोगियों के मैन्युअल पर्चे बनवा दिए गए हैं।
(Udaipur Kiran) / अजय सिंह / राजेश