कैथल, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । कैथल नगर परिषद हाऊस की हुई बैठक हंगामेदार रही। शहर की सफाई व्यवस्था एवं डोर टू डोर एजेंसी द्वारा हटाए गए कर्मचारियों के मुद्दे को लेकर हुई बैठक में करवाए जा रहे विकास कार्यो में भ्रष्टचार व चेयरपर्सन द्वारा ठेकेदार का पक्ष करने के आरोप लगे। अच्छी बात रह रही कि हंगामें के बीच हटाए गए सफाई कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखने के लिए भी सभी पार्षदों, चेयरपर्सन, सफाई कर्मियों व अधिकारियों की सहमति बन गई और अब उन्हें दोबारा से काम पर रखा जाएगा और शहर की सफाई का काम शुरू होगा। इससे पूर्व बैठक में भगवत गीता द्वार, सफाई, स्ट्रीट लाईट सहित अन्य मामलों में हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा गरमाया रहा।
साेमवार काे हुई सबैठक में आरोप प्रत्यारोपों का सिलसिला चलता रहा। बैठक में मजेदार बात यह रही कि वार्ड नंबर 11 से पार्षद सुशीला शर्मा स्ट्रीट लाईट में हुए घोटाले को साबित करने के लिए हाऊस की बैठक में स्ट्रीट लाईट में गली पाइप, बिजली का स्वीच, बिजली की तार लेकर पहुंची और सामान में खरीदारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। पार्षद सुशीला द्वारा लगाए गए इन सभी आरोपों पर चेयरपर्सन सुरभि गर्ग चुप बैठी रही। वार्ड नंबर 28 से पार्षद मोहन लाल शर्मा ने डोर टू डोर सफाई व्यवस्था, टिपर के पैसों में ठेकेदार द्वारा की जा रही गड़बड़ी को जोरशोर से उठाया। मोहन लाल शर्मा ने नगर परिषद के अधिकारियों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि 10 आईडी ऐसी है जिनका नगर परिषद में पैसा जमा नहीं हुआ और एनडीसी जारी कर दी गई है। उन्होंने अधिकारियों पर सरेआम भ्रष्टाचार के आरोप जड़े। वार्ड नंबर 4 से पार्षद महेश कुमार ने आरोप लगाया कि यहां भगवत गीता द्वार बनाने में घोटाला हुआ है।
उन्होंने कहा कि गेट के द्वार पर जो भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति लगाई गई है, वह मूर्ति 3 लाख से अधिक की नहीं है। वह 12 लाख रूपए की दिखाई गई है। उन्होंने शहीद उद्यम सिंह पार्क की बदहाली का मुद्दा भी उठाया। चेयरपर्सन सुरभि गर्ग द्वारा निजि संस्थाओं को पैसा देने का भी बैठक में विरोध हुआ।बैठक में आवारा कुत्तों व बंदरों को पकडऩे की बात पर छिड़ी बहस में पार्षद सुशीला शर्मा व शमशेर सिंह फौजी सहित कई पार्षद आमने सामने हो गए। चेयरपर्सन सुरभि गर्ग ने कहा कि पार्षदों ने जिन सवालों के जवाब मांगे हैं अगली बैठक में उन्हें जवाब दे दिया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / नरेश कुमार भारद्वाज / SANJEEV SHARMA