शिवपुरी, 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने आज जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा के पत्रों की समीक्षा बैठक में सीएम हेल्पलाईन सहित अन्य लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उमराव सिंह मरावी, अपर कलेक्टर दिनेश शुक्ला सहित एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने उपसंचालक पशुपालन एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देश दिए कि शहर के मुख्य मार्गों एवं हाईवे में स्थित आवारा पशुओं को पकड़ने की कार्यवाही की जाए और प्रतिदिन के मान से इन पशुओं का डेटा भी रखा जाए। पकड़े गए पशुओं को गौशालाओं में पहुंचाया जाए। एक भी आवारा पशु सड़कों पर घुमता हुआ नहीं दिखना चाहिए। पशु को गौशाला में भेजने के उपरांत यदि कोई पशुपालक किसी पशु पर अपनी दावेदारी सिद्ध करता है तो संबंधित के विरूद्ध जुर्माने की कार्यवाही कर समझाईस देकर ही उसे पशु वापस किया जाए।
उन्होंने कहा कि कार्पोरेटिव बैंक के बकायेदारों के विरूद्ध बसूली की कार्यवाही करें। वसूली जैसे अति महत्वपूर्ण कार्य में पूर्ण लगन एवं मनोयोग से प्रयास किए जाए। बसूली के लिए एक ठोस रणनीति तैयार कर उस पर गम्भीरतापूर्वक अनुपालन करते हुए युद्ध स्तर पर प्रयास कर वसूली में उत्तरोत्तर गति लाई जाए। बकायेदारों के नाम की सूची भी तैयार की जाए। इसके साथ ही उन्होंने जलकर की भी बसूली करने के संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरण किए जाने हेतु जिले में शिविरों का आयोजन किया जाए। शिविरों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराया जाए। ऐसे दिव्यांग जो सहायक उपकरण से वंचित रह गए है, उन दिव्यांगों को चिन्हित कर सहायक उपकरण प्रदाय किए जाए। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध उत्खनन की कार्यवाही की जा रही है, उसे सख्ती के साथ किया जाए। विनेगा में अवैध उत्खनन की शिकायतें प्राप्त हो रही है। इस पर सख्ती से आवश्यक कदम उठाए जाए। अवैध उत्खनन में उपयोग किए जाने वाले उपकरणों को जप्त किया जाए। मशीन, डंपर एवं जेसीबी को जप्त करने की कार्यवाही करें। इस कार्य के लिए अधिकारी कर्मचारी को दायित्व सौंपे और यदि वह अपना कार्य ईमानदारी से नहीं करते है, तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाए।
उन्होंने कहा कि लंबित पेंशन के प्रकरणों में उचित कार्यवाही की जाए। जिले में रोजगार मेलों के आयोजन के संबंध में संबंधित अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में रोजगार मेला आयोजित किए जाने के संबंध में बैठक आयोजित की जाकर संबंधित शैक्षणिक संस्थाओं के प्राचार्यों को उसमें आमंत्रित किया जाए। इस दौरान उन्होंने संकट्टा योजना, आधार कार्ड, डेयरी र्स्टाटअप, र्स्माट पार्लर, क्रिप्स योजना, संबल योजना, बदरवास जैकेट उद्योग, अतिक्रमण, विद्युत ट्रांसफार्मर आदि की शिकायतों की भी समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
(Udaipur Kiran) / रंजीत गुप्ता / राजू विश्वकर्मा