धर्मशाला, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां पुलिस थाना के अंतर्गत ट्रांसपोर्टर से हुई पौने चौदह लाख रुपये की ठगी का मास्टर माइंड अभी तक फरार है। पुलिस फरार आरोपी को जल्द से जल्द पकड़कर क्रॉस इन्वेस्टीगेशन करे, जिससे पीड़ित को न्याय मिल सके।
ठगी के शिकार ट्रांसपोर्टर ने रविवार को धर्मशाला में प्रेसवार्ता में कहा कि ठगी के इस मामले को लेकर उन्होंने एसपी कांगड़ा से नवंबर, 2023 में बात की थी, जबकि इस संदर्भ में पुलिस थाना नगरोटा बगवां में मामला अप्रैल माह में दर्ज हुआ था। मामले में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें से पुलिस ने दो को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इस ठगी के मास्टर माइंड को पुलिस आज दिन तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो ठगी का तीसरा आरोपी आसानी से पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाएगा।
करोड़ों की आमदनी का दिया था झांसा
पवन सोनी ने कहा कि आरोपी ने उन्हें ठगी का शिकार बनाने से पहले कई तरह के सब्जबाग दिखाए थे। करोड़ों रुपये निवेश कर करोड़ों रुपये की आमदनी का लालच देकर अपनी बातों में फंसाया था। उन्होंने बताया कि आरोपी झांसे और लालच में आकर ही उन्होंने करोड़ों रुपये का निवेश बिना कुछ सोचे समझे कर दिया, जिसके चलते अब उन्हें पछताना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि नगरोटा बगवां के एक स्थानीय ट्रांसपोर्टर से 13.85 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी। आरोपी ने ट्रांसपोर्टर को फ्रूट ट्रेडिंग कंपनी बनाने का लालच दिया था, जिसमें ट्रांसपोर्टर को 60 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश की गई थी। इसके बाद ट्रांसपोर्टर ने विभिन्न बैंकों से ऋण लेकर 10 से 11 महीनों में लगभग 13.85 करोड़ रुपये का निवेश किया। जब अगले सात वर्षों तक कोई रिटर्न दिखाई नहीं दिया, तो ट्रांसपोर्टर को इस तथ्य का पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है और उसने नगरोटा पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित की और आरोपी को चंडीगढ़ के एक प्रसिद्ध अस्पताल से गिरफ्तार किया था।
आरोपी की पहचान मुंबई के बांद्रा के सर्वदमन सिंह सिसौदिया के रूप में हुई थी। उसे धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े में लिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने धर्मशाला निवासी एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया था।
उधर एएसपी बीर बहादुर सिंह ने कहा कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच में जुटी है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया शुक्ला