-हरियाणा कला परिषद के पूर्व निदेशक ने यात्रा में नियमों को गलत करार दिया
-हरियाणा व उत्तर प्रदेश की सरकार में तुलना कर रहे हैं हिंदू संगठन के लोग
-फेसबुक पर लिखा बाधित भक्ति के साथ होगी हरियाणा में बृजमंडल श्रावण यात्रा
गुरुग्राम, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । नूंह जिला में ब्रजमंडल श्रावण यात्रा को लेकर पिछले साल के दंगों से सीख लेकर सरकार ने इस बार भक्तों को नियमों में बांध दिया है। संगीत, भजनों का शोर-शराबा ना करके चुपचाप जलाभिषेक करने की बात सरकार, प्रशासन की ओर से कही गई है। कई तरह के नियम पुलिस प्रशासन ने जारी किए हैं। इन नियमों को लेकर भक्तों में रोष है। वे सरकार के इस कदम को गलत बता रहे हैं। हिंदू संगठन के लोग हरियाणा व उत्तर प्रदेश की सरकार में तुलना कर रहे हैं।
हरियाणा कला परिषद के पूर्व निदेशक व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ कार्यकर्ता अजय सिंहल ने कहा है कि ये हरियाणा में क्या हो गया भाजपा की सत्ता को। बाधित भक्ति के साथ हरियाणा में बृजमंडल श्रावण यात्रा होगी। मतलब डीजे नहीं बजेगा। लाउडस्पीकर पर भक्ति संगीत नहीं चलेगा। उद्घोष नहीं लगेंगे। अर्थात चुपचाप जाना है और जल चढक़र आगे बढ़ जाना है। उन्होंने कहा कि आखिर कौन सा डर है हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को? क्या वों यह दिखाना चाहती है कि हम पूरी तरह धर्मनिरपेक्ष हैं? क्या वह यह बताना चाहती है कि हम मुसलमानों की सुरक्षा में सबसे आगे हैं? क्या हिंदुओं की भक्ति को बाधित करके वह एकमात्र जिले में मुसलमानों की वोट लेना चाहती है? ऐसा कौन सा लाभ भारतीय जनता पार्टी की सरकार देख रही है कि जिसके कारण ब्रजमंडल यात्रा में ये प्रतिबंध लगाए गए हैं। हालांकि पिछले वर्ष तो यह यात्रा होने से ही रोक दी गई थी। आगे लिखा कि-एक सूबा तो यह है मतलब हरियाणा, जहां मुसलमानों की जनसंख्या नाम मात्र है और हिंदुओं पर इतने भारी प्रतिबंध सरकार लग रही है। एक सूबा बगल का है, मतलब उत्तर प्रदेश। जहां ा मुख्यमंत्री सरेआम हिंदुओं की भक्ति को एक उत्सव के रूप में मनाने के लिए कटिबद्ध है। अजय सिंहल ने कहा कि आखिर कौन सलाहकार है जो हरियाणा में भाजपा की सरकार को यह सब करने से रोक रहा है। जो भी कूटनीतिज्ञ हरियाणा में भाजपा या उसकी सत्ता को सलाह दे रहे हैं वह ठीक दिशा में नहीं है। हिंदुओं का दिल जीतने पर ही उन्हें सत्ता मिल पाएगी। विकास के पैमाने भारतीय जनता पार्टी को ना तो कभी सत्ता दिलाए हैं और ना दिला पाएंगे। सांस्कृतिक, राष्ट्रवाद ही उसकी जीत का आधार स्तंभ है। इस तरह से अजय सिंहल ने हरियाणा में भाजपा सरकार द्वारा धार्मिक यात्रा पर लगाए जा रहे नियमों को लेकर आवाज उठाई है।
(Udaipur Kiran) हरियाणा / SANJEEV SHARMA