शिमला, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी वर्षा को लेकर आगाह किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले दो-तीन व्यापक वर्षा का अंदेशा जताते हुए ओरेंज अलर्ट जारी किया है। शिमला, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चम्बा, सोलन, हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना औऱ कांगड़ा जिलों में 22 व 23 जुलाई को मुसलाधार वर्षा की चेतावनी दी गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि अगले 96 घण्टे तक मानसून के सक्रिय रहने से भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है। लाहौल-स्पीति और किनौर जिलों को छोड़कर शेष सभी जिलों में भारी वर्षा का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इस बीच मौसम विभाग की ओर से बार-बार चेतावनी के साथ येलो व ओरेंज अलर्ट जारी किया जा रहा है कि प्रदेश में अब बादल बरसने ही वाले हैं औऱ लोगों को सतर्क रहना चाहिए। इसे लेकर बकायदा प्रशासन की ओर से एडवाइजरी जारी की जाती है। मगर हकीकत में ऐसा नहीं हो रहा है। बारिश की चेतावनी के बाद भी बादल नहीं बरस रहे हैं। राजधानी शिमला में बादल और धुंध तो छाई रहती है, लेकिन बारिश बहुत कम हो रही है। हिमाचल में मानसून ने 27 जून को दस्तक दी थी और अब तक सामान्य से तकरीबन 25 फीसदी कम वर्षा हुई है। मौसम विभाग द्वारा भारी वर्षा को लेकर जारी पिछले कई पूर्वानुमान सटीक नहीं हुए हैं।
मौसम विभाग ने आज रविवार और पिछले कल शनिवार को शिमला सहित राज्य के अन्य हिस्सों के लिए जोरदार बारिश का अलर्ट जारी किया था। मगर शिमला में अब तक लोग बारिश का इंतजार ही कर रहे हैं। इसी तरह मैदानी हिस्सों में बादलों के कम बरसने से उमस भरी गर्मी परेशान कर रही है।
पिछले 24 घण्टों के दौरान मंडी में 67, कोठी में 47, बीबीएमबी में 38, धर्मशाला में 36, पालमपुर में 32, नगरोटा सुर्रियाँ में 28, सैंज में 25 और मनाली में 20 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है।
कमज़ोर मानसून से फसलों को हो रहा नुकसान, किसान-बागवान परेशान
कमज़ोर मानसून की वजह से सूबे की फसलों व सब्जियों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कई क्षेत्रों में फसलें सूख चुकी हैं। राज्य के ऊपरी इलाकों में सेब की फसल का सही आकार नहीं बन पा रहा है और यही हालत अन्य फलदार फसलों का है। इसी तरह कम वर्षा का सब्जियों की वृद्धि पर भी असर पड़ रहा है। मक्की की फसल पर भी बारिश न होने का प्रभाव नजर आ रहा है और कई स्थानों पर यह सूखने के कगार पर है। इसी तरह धान की फसल भी सूखने की स्थिति में पहुंच गई है। राज्य में पिछले करीब दो सप्ताह से कुछ इलाकों में ही अच्छी वर्षा हो रही है। ज्यादातर हिस्सों में बारिश न होने के चलते किसान-बागवान परेशान हैं। शिमला से सटे सोलन जिले में कम वर्षा के कारण मक्की, टमाटर व शिमला मिर्च समेत अन्य फसलों का नुकसान हो रहा है। इस मानसून में सोलन में सिर्फ दो-तीन बार ही अच्छी बारिश हुई है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा शुक्ला